
वोट चोरी, बेरोज़गारी, पेपर लीक, महंगाई और अडानी से जुड़ी लूट के खिलाफ मीडिया चुप क्यों है-सुप्रिया श्रीनेत
पराड़कर भवन में तय था कार्यक्रम, संघ ने अचानक किया रद, प्रशासनिक दबाव में रद करने का आरोप



वाराणसी कांग्रेस मुख्यालय में “वोट चोरी और एसआईआर के खिलाफ“ आयोजित कार्यक्रम में बीजेपी सरकार पर किया हमला
वाराणसी, भदैनी मिरर। कांग्रेस पार्टी और बनारस के नागरिक समाज द्वारा “वोट चोरी और एसआईआर के खिलाफ“ आयोजित सुप्रिया श्रीनेत के कार्यक्रम को जिला प्रशासन के दबाव में रद कर दिया गया। इससे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में गहरा रोष रहा। यह कार्यक्रम मैदागिन स्थित काशी पत्रकार संघ भवन में आयोजित था। दस दिन पहले कराई गई बुकिंग को एक दिन पहले अचानक संघ के पदाधिकारियों के कहने पर निरस्त कर दिया गया। इससे नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पत्रकार संघ भवन के बाहर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस से नोकझोंक भी हुई। बाद में कांग्रेस ने यह कार्यक्रम पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारों के साथ कांग्रेस मुख्यालय में किया।


कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि असली मुद्दा “वोट चोर गद्दी छोड़ का” है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान हर नागरिक को समान मताधिकार देता है, लेकिन आज उसकी चोरी हो रही है। उन्होंने बेरोज़गारी, पेपर लीक, महंगाई और अडानी से जुड़ी लूट के खिलाफ आवाज उठाई और मीडिया से सवाल किया कि वे इन मुद्दों पर क्यों चुप हैं। उन्होंने राहुल गांधी की सुरक्षा और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी गंभीर सवाल उठाए। दिनकर की पंक्तियों का हवाला देते हुए उन्होंने संघर्ष को और तेज़ करने का आह्वान किया।सुनील सहस्त्रबुधे ने कहा कि कांग्रेस नेता अजय राय लंबे समय से वोट चोरी की जांच की मांग कर रहे हैं और यह जांच सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में होनी चाहिए। उन्होंने नागरिक समाज की भूमिका को और मज़बूत करने का आह्वान किया।

पराड़कर भवन में कार्यक्रम रद्द करना बीजेपी की घबराहट
कांग्रेस प्रवक्ता संजीव सिंह ने पराड़कर भवन में कार्यक्रम रद्द कराए जाने को बीजेपी की घबराहट बताया। उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि बीजेपी वोट चोरी को छिपाने के लिए लोकतांत्रिक आवाज़ों को दबा रही है। गौरतलब है कि नागरिक समाज के बैनर तले कांग्रेस नेताओं ने मैदागिन स्थित काशी पत्रकार संघ के सभागार की नियमानुसार बुकिंग कराई थी। इस संघ भवन में सभी तबके के लोग बुकिंग कराकर सभा, सम्मेलन और गोष्ठियां करते हैं। कांग्रेस नेताओं ने दस दिन पहले सभागार की बुकिंग कराई थी। लेकिन अचानक कार्यक्रम के ठीक एक दिन पहले संघ के अध्यक्ष के इशारे पर कांग्रेस की बुकिंग कैंसिल कर दी गई। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे को फोन करनेवाले संघ के बाबू ने जब उन्हें जानकारी दी तो उनके आश्चर्य का कोई ठिकाना नही रहा। उन्होंने कारण पूछा तो क्लर्क ने बताया कि अध्यक्ष से पूछिए। राघवेंद्र चौबे का कहना है कि उन्होंने अध्यक्ष के मोबाइल पर कई बार फोन मिलाया तो स्विच आफ बता रहा था। उन्होंने जब क्लर्क से पूछा कि क्यों कैंसिल किया जा रहा है तो बताया गया कि जनरेटर खराब हो गया है और साउंड सिस्टम भी खराब है। महानगर अध्यक्ष ने कहाकि हम जनरेटर की व्यवस्था कर देते हैं तो क्लर्क ने कहाकि आप अध्यक्ष से बात कर लिजिए। उधर, संघ से जुड़े कुछ लोगों से बात की गई तो बताया गया कि उन पर प्रशासन का दबाव था। काशी पत्रकार संघ भवन नगर निगम से लीज पर ली गई है। सत्ता के खिलाफ ‘ वोट छोड़ गद्दी छोड़‘ कार्यक्रम होता तो शासन या प्रशासन नाराज जाता। हो सकता है कि संघ भवन का लीज समाप्त कर दिया जाता या अन्य कोई कार्रवाई की जा सकती है। ले-देकर इन लोगों ने अपनी विवशता बताई।

कांग्रेस कभी अंग्रेजों से नहीं डरी तो उनके वैचारिक उत्तराधिकारियों से भी नहीं डरेगी
उधर, सभा के दौरान राघवेंद्र चौबे (महानगर अध्यक्ष, कांग्रेस) ने कहा कि पराड़कर भवन रद्द करना पुलिसिया जुल्म और बीजेपी की घबराहट का सबूत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी अंग्रेजों से नहीं डरी, तो उनके वैचारिक उत्तराधिकारियों से भी नहीं डरेगी। एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक राणा रोहित ने छात्रसंघ बहाली, फ़ीस वृद्धि और विश्वविद्यालय के भीतर जारी लोकतांत्रिक दमन के खिलाफ आवाज उठाई। अनिल श्रीवास्तव (पूर्व अध्यक्ष बीएचयू छात्रसंघ) ने कहा कि सरकार तानाशाही कर रही है। पिछले चुनाव में वोट चोरी करके जीतने वाली सरकार के खिलाफ आज गली-गली में ‘वोट चोर गद्दी छोड़‘ के नारे लग रहें हैं। इसके बाद अब्दुल्लाह खान ने राहुल गांधी के संघर्ष को सलाम करते हुए मोदी सरकार के नकारात्मक कामों की चर्चा की। दुर्गा प्रसाद गुप्ता (अध्यक्ष, व्यापारी संघ) ने कहा कि व्यापारियों को आठ साल से जीएसटी की लूट झेलनी पड़ी है, अब बीजेपी जीएसटी कम करके बेशर्मी से क्रांतिकारी कदम बता रही है। तनूजा (गांधीवादी कार्यकर्ता) ने सर्व सेवा संघ के ध्वस्तिकरण पर चिंता जताई। आराधना यादव (जिला अध्यक्ष, महिला कांग्रेस) ने महिलाओं पर बढ़ते उत्पीड़न और महंगाई के मुद्दे उठाए।
चंचल शर्मा (प्रदेश महासचिव, यूथ कांग्रेस) ने कहा कि लोकतंत्र और युवाओं के भविष्य की चोरी हो रही है। राजू राम ने दलितों पर बढ़ते अत्याचार और संविधान पर हो रहे हमले के खिलाफ दलित समाज को कांग्रेस के साथ एकजुट करने की बात कही। प्रजा नाथ शर्मा (पूर्व जिलाध्यक्ष, कांग्रेस) ने कहा कि यह जनता और मशीन के बीच की लड़ाई है और प्रशासन द्वारा कार्यक्रम रद्द करवाना भाजपा की भारी भूल है। इससे हमारा संघर्ष और तेज़ होगा। गुलशन अली (पार्षद संघ नेता) ने बनारस की बुनियादी समस्याओं और बुनकरों पर हो रहे अत्याचारों की चर्चा की। कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा। कांग्रेस पार्टी और नागरिक समाज मिलकर वोट चोरी और तानाशाही के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन को और तेज़ करेंगे। इस दौरान कांग्रेस और बनारस नागरिक समाज के हज़ारों लोग मौजूद रहे।

