
BHU को कब खत्म होगा नए कुलपति का इंतजार! पता नहीं?
BHU के 29वें कुलपति का नहीं हो पा रहा चयन




आखिर बिना मुखिया के कब तक रहेगा विश्वविद्यालय?
वाराणसी,भदैनी मिरर। एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय के लिए 29वें कुलपति का चयन नहीं हो पा रहा है। नतीजतन 5 जनवरी के बाद विश्वविद्यालय को कार्यवाहक कुलपति रेक्टर संजय कुमार चला रहे है। जिसके चलते विवि में कोई बड़ा निर्णय नहीं लिया जा सका है। सभी को कुलपति का इंतजार है।


आवेदन प्रक्रिया की जा चुकी है पूरी
बीएचयू के 28वें कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन ने कार्यकाल पूरा होने के बाद 7 जनवरी 2025 को अपना कार्यभार कार्यवाहक कुलपति के रुप में विवि के रेक्टर को सौंप दिया। कुलपति का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही शिक्षा मंत्रालय ने सामर्थ पोर्टल से कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसके लिए संबंधित लोगों से 11 अक्तूबर तक ऑनलाइन आवेदन मांगा था। आवेदन की प्रक्रिया पिछले वर्ष अक्तूबर में पूरी कर ली गई है, अब बस कुलपति के नाम पर मुहर लगने की देर है।


कुलपति की कमी
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल से लेकर ट्रामा सेंटर तक माहौल गर्म है। एक तरफ बीएचयू के छात्रों ने अस्पताल के एमएस के खिलाफ मोर्चा खोला है तो दूसरी ओर ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉक्टर सौरभ सिंह पर गंभीर आरोप लगे है। उधर, सर्जरी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक से दुर्व्यवहार मामले में चिकित्सक आक्रोशित है। ऐसे माहौल में स्थाई कुलपति की कमी महसूस होती है।

सदन तक पहुंचा था मामला
कुलपति की अनुपस्थिति में बीएचयू में पीएचडी प्रवेश परीक्षा की अनियमितता को लेकर छात्र आंदोलित रहे। उदाहरण के रुप में कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठे शिवम सोनकर और सेंट्रल ऑफिस पर धरने पर बैठी छात्रा अर्चिता सिंह का ताजा मामला है। दोनों मामलों में राजनीतिक पार्टियों ने छात्रों को समर्थन देने के साथ ही सदन तक में मामला उठाया था। पूरे देश में विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए, विरोध को देखते हुए विश्वविद्यालय ने अपनी गलती मानी थी और बैकफुट पर आकर छात्रों का एडमिशन लिया था। इस वक्त भी स्थाई कुलपति की कमी का एहसास विवि के प्रोफेसरों और छात्रों को होता रहा।
जानें अब तक कौन-कौन रहे कुलपति
- सर सुंदरलाल : 1 अप्रैल 1916 से 13 अप्रैल 1918
- सर पीएस शिवस्वामी अय्यर : 13 अप्रैल 1918 से 8 मई 1919
- महामना पं. मदन मोहन मालवीय : 29 नवंबर 1919 से 6 सितंबर 1938
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन : 17 सितंबर 1939 से 16 जनवरी 1948
- अमरनाथ झा : 27 फरवरी 1948 से 5 दिसंबर 1948
- पं. गोविंद मालवीय: 6 दिसंबर 1948 से 21 नवंबर 1951
- आचार्य नरेंद्र देव 6 दिसंबर 1951 से 31 मई 1954
- सर सीपी रामास्वामी अय्यर : 1 जुलाई 1954 से 2 जुलाई 1956
- वेणीशंकर झा : 3 जुलाई 1956 से 16 अप्रैल 1960
- एनएच भगवती : 16 अप्रैल 1960 से 15 अप्रैल 1966
- त्रिगुण सेन : 9 अक्टूबर 1966 से 15 मार्च 1967
- एसी जोशी : 1 सितंबर 1967 से 31 जुलाई 1969
- कालूलाल श्रीमाली : 1 नवंबर 1969 से 31 जनवरी 1977
- मोतीलाल धर : 2 फरवरी 1977 से 15 दिसंबर 1977
- हरि नारायण : 15 मई 1978 से 14 मई 1981
- इकबाल नारायण : 19 अक्टूबर 1981 से 29 अप्रैल 1985
- आरपी रस्तोगी : 30 अप्रैल 1985 से 29 अप्रैल 1991
- सीएस झा : 1 मई 1991 से 14 जून 1993
- डीएन मिश्रा : 8 फरवरी 1994 से 27 जून 1995
- हरिगौतम : 2 अगस्त 1995 से 25 अगस्त 1998
- वाईसी सिम्हाद्री : 31 अगस्त 1998 से 20 फरवरी 2002
- पी. रामचंद्र राव: 20 फरवरी 2002 से 19 फरवरी 2005
- पंजाब सिंह : 3 मई 2005 से 7 मई 2008
- डीपी सिंह : 8 मई 2008 से 21 अगस्त 2011
- लालजी सिंह : 22 अगस्त 2011 से 21 अगस्त 2014
- गिरीश चंद्र त्रिपाठी : 27 नवंबर 2014 से 26 नवंबर 2017
- राकेश भटनागर : 28 मार्च 2018 से 28 मार्च 2021
- सुधीर कुमार जैन : 7 जनवरी 2022 से 5 जनवरी 2025 तक।

