वाराणसी की सौम्या ने IISc बैंगलोर में OpenHack 2025 प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर जीता पहला स्थान, दिमागी तरंगों से संचालित चैटबॉट किया विकसित




बेंगलुरु। वाराणसी की सौम्या मिश्रा और उनकी टीम ने IISc बैंगलोर में आयोजित राष्ट्रीय तकनीकी प्रतियोगिता OpenHack 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया। सौम्या और उनकी टीम ने न्यूरोस्री (NeuroSri) नामक एक अनूठा चैटबॉट विकसित किया है, जो दिमागी तरंगों (Brainwaves) को पढ़कर इंसानों से संवाद करता है। इस उपलब्धि के लिए टीम को ₹50,000 की इनामी राशि से सम्मानित किया गया।


ब्रेनवेव-आधारित AI चैटबॉट की अनूठी तकनीक
सौम्या मिश्रा ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी, देहरादून में बीटेक (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) की छात्रा हैं। उनकी टीम ने Electroencephalography (EEG) तकनीक का उपयोग करके ऐसा चैटबॉट विकसित किया, जो व्यक्ति की मानसिक तरंगों का विश्लेषण करता है और Generative AI की मदद से रीयल-टाइम में आवश्यक सहायता प्रदान करता है।


यह तकनीक मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे तनाव, चिंता और अवसाद से जूझ रहे लोगों के लिए विशेष रूप से मददगार साबित हो सकती है। यह नवाचार भविष्य में मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सा को एक नई दिशा दे सकता है।
देशभर के हजारों छात्रों को पछाड़कर हासिल की जीत
IISc बेंगलुरु में आयोजित OpenHack 2025 एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की हैकाथॉन प्रतियोगिता थी, जिसमें देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के हजारों छात्रों ने भाग लिया। सौम्या मिश्रा के नेतृत्व में उनकी चार सदस्यीय टीम ने सर्वश्रेष्ठ नवाचार प्रस्तुत किया और देशभर के प्रतियोगियों को पछाड़ते हुए खिताब पर कब्जा जमाया।

टीम में ये छात्र रहे शामिल
इस विजेता टीम में चार होनहार छात्र शामिल थे:
- सौम्या मिश्रा (वाराणसी)
- काजल झा
- सुयश सिंह भदौरिया
- प्रियांशु वर्मा
ये चारों ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी से बीटेक (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) कर रहे हैं। उनकी मेहनत और नवाचार को देशभर में सराहा जा रहा है।

तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं की बड़ी उपलब्धि
सौम्या मिश्रा की इस उपलब्धि ने तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को भी दर्शाया है। उनका यह नवाचार भविष्य में AI और न्यूरोसाइंस के संगम को और उन्नत कर सकता है।

उनकी सफलता ने न सिर्फ वाराणसी, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि भविष्य में भारत के टेक्नोलॉजी इनोवेशन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित हो सकती है।

