
Varanasi : अम्बेडकर स्थल की बाउंड्री को लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे ग्रामीण, सौंपा शिकायत पत्र
दलित बस्ती के निवासियों ने पुलिस आयुक्त को सम्बोधित सौंपा ज्ञापन, आरोप—सवर्ण समाज के दबंगों ने बाबा साहब की मूर्ति स्थल को किया निशाना




वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के चंदापुर गांव से सामाजिक सौहार्द को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां की दलित बस्ती में स्थापित 60 साल पुरानी डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति और उस पर बन रही बाउंड्री को लेकर तनाव गहरा गया है। पीड़ित दलित परिवारों ने आरोप लगाया है कि गांव के कुछ सवर्ण जाति के लोगों ने मिलकर बाउंड्री को गिराने की कोशिश की और उन्हें जातिसूचक गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी।


प्रार्थना पत्र में क्या कहा गया?
ग्रामीणों के मुताबिक, अम्बेडकर जी की मूर्ति गांव के दक्षिण हिस्से में प्राथमिक विद्यालय के पास वर्षों से स्थापित है। यहां दलित समाज शादी-ब्याह और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करता है। बीते अप्रैल माह में गांव के प्रधान गीता देवी की मौजूदगी में सभी समाज के लोगों ने अपने-अपने आराध्य की मूर्तियों के लिए मंदिर और बाउंड्री निर्माण की सहमति जताई थी। इसके बाद मई 2025 में सवर्ण समाज द्वारा शिवलिंग के पास बजरंगबली की मूर्ति स्थापित कर भंडारे का आयोजन भी किया गया।


हालांकि जब दलित समाज ने अम्बेडकर जी की मूर्ति स्थल पर बाउंड्री बनानी शुरू की, तो सवर्ण समाज के कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और निर्माण कार्य रुकवाने की कोशिश की। आरोप है कि पप्पू मिश्रा, नागेंद्र मिश्रा, राजेंद्र मिश्रा, धनीशंकर मिश्रा, आकाश मिश्रा और अवधेश मिश्रा ने गालियां दी।

पीड़ितों में भय का माहौल
घटना के बाद पीड़ित परिवारों में भय का माहौल है। उन्होंने बताया कि उनके परिजन गांव में आने-जाने से डर रहे हैं और किसी अनहोनी की आशंका से लगातार दहशत में हैं।
पीड़ितों ने अपने प्रार्थना पत्र के साथ ग्राम प्रधान द्वारा थानाध्यक्ष चोलापुर को भेजी गई चिट्ठी भी संलग्न की है, जिसमें मामले की गंभीरता को दर्शाया गया है।
क्या कहता है प्रशासन?
अब तक स्थानीय प्रशासन की ओर से इस विवाद को शांत करने के लिए पीएसी की तैनाती की गई है। वहीं, पीड़ितों ने पुलिस कमिश्नर से इस मामले में नामजद आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।


