वाराणसी: बिना मीटर रीडिंग बिल जारी का आरोप, ग्रामीणों ने डीएम से की उच्च स्तरीय जांच की मांग
ग्रामीणों ने कहा-सरकारी धन का दुरुपयोग, जनता से अवैध वसूली जारी
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के लोहता थाना क्षेत्र के भिटारी (न्यू कॉलोनी बस्ती) के ग्रामीणों ने विद्युत विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए जिला अधिकारी को पत्र सौंपा है। ग्रामीणों ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, विद्युत नगरीय बरईपुर चितईपुर पर फर्जी बिलिंग, अवैध वसूली और सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।



ग्रामीणों का कहना है कि विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से मरम्मत कार्य, तकनीकी सेवा, मीटर बदलने, बिल भुगतान और अन्य प्रक्रियाओं में अनियमितताएं की जा रही हैं। आरोप है कि बिना मीटर रीडिंग लिए उपभोक्ताओं पर बिजली बिल थोपे जा रहे हैं और उनसे जबरन वसूली की जा रही है।

ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि कई मामलों में विभागीय अभिलेखों में दिखाए गए खर्च और वास्तविक कार्यों का कोई मेल नहीं है। कुछ मामलों में तो बिना कार्य किए ही भुगतान दर्शाया गया है। इससे सरकारी राजस्व को लाखों रुपये की क्षति होने की संभावना जताई गई है।
ग्रामीणों ने दावा किया कि यह खेल लंबे समय से जारी है, जिससे जनहित प्रभावित हो रहा है और शासन-प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है।

डीएम को सौंपा गया ज्ञापन
ग्रामीणों ने जिला अधिकारी से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। उनका कहना है कि दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है, ताकि आगे ऐसी अनियमितताओं पर रोक लग सके।
16 दिसंबर 2025 को पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, बरईपुर चितईपुर को भी ग्रामीणों ने लिखित शिकायत दी थी। शिकायत में विभागीय अनियमितताओं के तमाम बिंदुओं का उल्लेख किया गया है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने जिला अधिकारी से अपील की है:
- किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई हो
- भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों/कर्मचारियों पर कठोर कानूनी कदम उठाए जाएं
- उपभोक्ताओं की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए
ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो भ्रष्टाचार का दायरा और गहरा हो सकता है।
