वाराणसी : सपा सांसद और पूर्व मंत्री को जिला प्रशासन ने नही जाने दिया दालमंडी
दालमंडी सड़क चौड़ीकरण के तहत शुरू हो चुकी है कार्रवाई, स्थानीय निवासियों और दुकानदारों में बढ़ी है बेचैनी

प्रतिनिधिमंडल के साथ सांसद ने की थी दालमंडी जाने की घोषणा, अब दस नवम्बर को फिर दालमंडी जाएगा प्रतिनिधिमंडल
वाराणसी, भदैनी मिरर। दालमंड़ी सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत धार्मिक स्थल और भवनों को ढहाने की कार्रवाई शुरू होने के बाद आज समाजवादी पार्टी की विधिवत एंट्री हो गई। समाजवादी पार्टी की ओर से बताया गया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार छह नवम्बर को दोपहर 1 बजे चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह और पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल प्रतिनिधिमंडल के साथ अपने अर्दली बाजार स्थित आवासीय कार्यालय 57-टैगोर टाउन से दालमंडी जा रहे थे।




क्योंकि वर्तमान सरकार द्वारा बनारस के महत्वपूर्ण दालमंडी बाज़ार के चौड़ीकरण के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न हो रहा हैं। उनकी पीड़ा को समझने के लिए प्रतिनिधिमंडल जा रहा था। परन्तु प्रशासन की मंशा यह नहीं थी कि उनके द्वारा की जा रही दमनात्मक कार्यवाही का खुलासा हो सके। इसलिए एडीएम सिटी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के साथ बैरिकेडिंग कर रास्ता रोका गया। कारण पूछने पर झूठे और तरह-तरह के बहानेबाजी और ऊपर से निर्देश होने का बहाना बनाते रहे। करीब एक घंटे तक बातचीत के समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करते हुए सांसद वीरेंद्र सिंह ने मात्र 05 लोगों के साथ दालमंडी जाने की अनुमति चाही।


प्रशासन उसपर भी तैयार नहीं हुआ और वीआईपी मूवमेंट, देव दीपावली आदि का बहाना करते हुए 10 नवम्बर तक की मोहलत देने का अनुरोध किया। पार्टी की ओर से बताया गया कि सांसद ने शर्त रखी कि 10 नवम्बर तक दालमंडी बाज़ार में विस्तारीकरण के नाम पर एक भी हथौड़ी नहीं चलनी चाहिए। इस पर सहमति बनी, तब जाकर सांसद ने अपनी यात्रा को 09 नवम्बर तक के लिए स्थगित किया। पुनः यह तय हुआ कि 10 नवम्बर को दोपहर एक बजे समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल दालमंडी के व्यापारियों के पीड़ा को समझने जाएगा। इस दौरान पूर्व मंत्री सुरेन्द्र पटेल, पूर्व विधायक अब्दुल समद अंसारी, चंदौली जिलाध्यक्ष सत्यनरायन राजभर, संतोष यादव बबलू, नफीस अहमद, गुलसेर, सुदामा यादव, रामजनम यादव, प्रदीप जायसवाल, विष्णु शर्मा, संजय मिश्र, रामबालक पटेल, दयाशंकर सिंह, हृदय नरायण सिंह, सुभाष सिंह, सतीश सिंह आदि रहे।




