Varanasi Ropeway : अप्रैल के अंत तक पूरा हो जाएगा रोपवे का ट्रायल रन, तीनों स्टेशनों का 75% कार्य हुआ पूरा




वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में काशी तेजी से स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रही है। इसी दिशा में एक बड़ा कदम बनारस में बन रहा नगरीय परिवहन रोपवे है, जिसका ट्रायल रन अप्रैल के अंत तक पूरा होने जा रहा है। यह रोपवे दुनिया का तीसरा और भारत का पहला अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे प्रोजेक्ट है, जिसे वाराणसी में धरातल पर उतारा जा रहा है।

तीनों स्टेशन का 75% कार्य पूरा, ट्रायल में 5 मीटर/सेकंड की रफ्तार
इस प्रोजेक्ट के पहले चरण के पहले सेक्शन में तीन प्रमुख स्टेशन—कैंट, विद्यापीठ और रथयात्रा बनाए जा रहे हैं। इन सभी का लगभग 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (NHLML) द्वारा ऑस्ट्रेलिया की कंपनी "Rope Experts" के इंजीनियरों की मदद से रोप पुलिंग का कार्य कराया गया। इसके बाद 30 जनवरी से ट्रायल रन की शुरुआत की गई, जिसमें चार गोंडोलों को 5 मीटर प्रति सेकेंड की गति से चलाकर तकनीकी परीक्षण किए जा रहे हैं।

2.4 किमी की दूरी, 18 टावर, जल्द शुरू होगा दूसरा सेक्शन
कैंट से रथयात्रा के बीच 2.4 किलोमीटर के दायरे में कुल 18 टावर लगाए गए हैं, जिन पर रोपवे सिस्टम संचालित होगा। इस रूट पर ट्रायल रन फिलहाल जारी है। इसके आगे रथयात्रा से गोदौलिया तक के सेक्शन का निर्माण कार्य भी तेजी से प्रगति पर है।

स्मार्ट सिटी की दिशा में ऐतिहासिक कदम
वाराणसी का यह रोपवे प्रोजेक्ट न केवल शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाएगा, बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी एक अनूठा अनुभव होगा। देश में नगरीय परिवहन के क्षेत्र में यह प्रोजेक्ट एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के जरिए बनारस आने वाले समय में दुनिया के उन चुनिंदा शहरों की सूची में शामिल हो जाएगा जहां रोपवे के जरिए सार्वजनिक परिवहन संचालित होता है।

