
Varanasi Ropeway : बेबी फीडिंग रूम से लेकर टेक्टाइल गाइड तक, दिव्यांगजनों और महिला यात्रियों को रोपवे स्टेशन पर मिलेंगी ये खास सुविधाएं




Varanasi Ropeway : वाराणसी शहर को ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए एक बड़ी पहल की जा रही है। देश का पहला अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे अब काशी में बन रहा है, जो न सिर्फ यात्रा को आसान और तेज बनाएगा, बल्कि इसे सभी यात्रियों के लिए सुविधाजनक और समावेशी भी बनाएगा।


दिव्यांगजनों के लिए होगी बिना बाधा के यात्रा
इस रोपवे प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें दिव्यांगजन भी व्हीलचेयर के साथ आराम से यात्रा कर सकेंगे। सभी रोपवे स्टेशनों पर रैंप, व्हीलचेयर और अन्य सहायक सुविधाएं मौजूद रहेंगी। इसके अलावा गोंडोला (केबिन) की सीटों को फोल्ड करके व्हीलचेयर को अंदर ले जाने की सुविधा भी होगी।


नेत्रहीनों के लिए ब्रेल और टेक्टाइल गाइड
नेत्रहीन यात्रियों के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। रोपवे स्टेशनों पर टेक्टाइल टाइल्स लगाई जाएंगी, जिनमें विशेष उभार होगा जिससे वे चलने की दिशा पहचान सकें। जब मोड़ या सावधानी की आवश्यकता होगी, वहां बबल टाइल (वार्निंग टाइल) लगी होगी। ये टाइल्स आम यात्रियों के टाइल से अलग होंगी और पीले रंग की होंगी ताकि आसानी से पहचानी जा सकें।

लिफ्ट में हर मंज़िल के लिए ब्रेल लिपि में अंकित बटन होंगे, जिससे नेत्रहीन यात्री बिना मदद के अपनी मंज़िल तय कर सकें।
महिलाओं और माताओं के लिए बेबी फीडिंग रूम
रोपवे स्टेशनों पर बेबी केयर और फीडिंग रूम की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे महिलाओं को अपने शिशुओं की देखभाल करने में कोई असुविधा न हो। यह सुविधा महिलाओं को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल प्रदान करेगी।
घाटों और मंदिरों तक पहुंचेगा रोपवे
यह रोपवे वाराणसी आने वाले लाखों पर्यटकों को कैंट रेलवे स्टेशन से सीधे घाटों और मंदिरों तक पहुंचाने का एक नया, तेज और सुरक्षित विकल्प देगा। इससे शहर की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और पर्यटन को भी बड़ा बढ़ावा मिलेगा।

