
वाराणसी : कबीरनगर के लोगों ने शराब ठेके के खिलाफ खोल दिया मोर्चा
पूछा-सनातन और हिंदुत्व की बात करनेवाली सरकार के लिए जरूरी है शराब की दुकान




महिलाओं और बेटियों को शराबियों से है परेशानी, आबकारी आयुक्त को भेजा पत्र
शारबियों की हरकतों से तंग आकर लोगों ने लिया फैसला
वाराणसी, भदैनी मिरर। भेलूपुर थाना क्षेत्र के दुर्गाकंड स्थित कबीर नगर में खुली शराब की दुकान लोगों के मुसीबत का कारण बन चुकी है। कई बार विरोध और शिकायतों के बाद भी प्रशासन सुनवाई नही कर रहा है। इससे नाराज कबीरनगर के लोगों ने शराब की दुकान हटवाने के लिए आंदोलन छेड़ दिया है। शनिवार को नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन किया। कहाकि यदि शराब की दुकान नही हटाई गई तो लड़ाई आर-पार की होगी। पूछा कि सनातन और हिंदुत्व के अलमबरदार इस मामले में खामोश क्यों हैं, अब इस पर सवाल उठ गया है।

क्या सनातन और हिंदुत्व की शराब की दुकान खोलने में हैं रूचि
कबीरनगर के लोगों का कहना है कि मकान नम्बर बी38/180 के पास आबकारी विभाग ने देसी शराब की दुकान आवंटित कर दी है। आयेदिन यहां शराबियों का जमघट लगा रहता है। मारपीट, झगड़े आम बात हो गई है। लेकिन आसपास के लोगों को इससे दिक्कत है। परिवार की मां, बहन और बेटियां बाहर निकलती हैं। उन्हें परेशानियां होती है। शराबियों की अश्लील हरकतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सवाल किया कि योगी, मोदी की सरकार में हिंदुत्व और सनातन की बात तो होती है, लेकिन क्या शराब की दुकानों से भी हिंदुत्व और सनातन का बोध होता है? यदि ऐसा है और सरकार शराब की दुकानों को खोलने में ज्यादा रूचि रखती है तो ऐसी सरकार हमें नही चाहिए। जबतक शराब की दुकान नही हटती, हमलोग चैन से नही बैठेंगे। इस बाबत कबीरनगर के लोगों ने आबकारी आयुक्त को पत्र भेज दिया है।



