
Varanasi : छितौना में हुए विवाद को लेकर राजभर समाज ने करणी सेना पर लगाए गंभीर आरोप, पुलिस से की फर्जी तरीके से दर्ज FIR रद्द करने और सुरक्षा की मांग




वाराणसी, भदैनी मिरर। ग्रामसभा छितौना (थाना-चौबेपुर) में हुए विवाद को लेकर राजभर समाज में गहरा आक्रोश है। राजभर एकता महासमिति वाराणसी ने पुलिस प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर करणी सेना के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महासमिति का आरोप है कि 5 जुलाई को करणी सेना के लोगों ने चौबेपुर थाने में जबरन घुसकर न सिर्फ तोड़फोड़ की, बल्कि कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर और पूरे राजभर समाज के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।


फर्जी एफआईआर का आरोप
राजभर महासमिति ने यह भी दावा किया है कि करणी सेना ने पुलिस पर दबाव बनाकर फर्जी FIR दर्ज करवाई, जबकि पीड़ित व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है और ICU में जिंदगी की जंग लड़ रहा है।
इससे पहले भी थाना मिर्जामुराद क्षेत्र में फाया राजभर हत्याकांड में करणी सेना पर गुंडई के बल पर मुख्य आरोपी को बचाने का आरोप लगाया गया था। महासमिति का कहना है कि ऐसे मामलों में प्रशासन की नर्म रवैए से इन तत्वों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।


मांगें और चेतावनी
राजभर महासमिति ने प्रशासन से मांग की है कि—
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फर्जी तरीके से दर्ज एफआईआर को रद्द किया जाए
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छितौना गांव की राजभर बस्ती में पुलिस बल की तैनाती की जाए
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थाने में सरकारी कार्य में बाधा डालने वाले करणी सेना के लोगों पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाए
महासमिति ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो राजभर समाज जिला मुख्यालय पर बड़ा आंदोलन करेगा।

