
बैंक से ज्यादा पैसा निकालने वालों को सतर्क करेगी वाराणसी पुलिस, FIR के लिए रकम की कोई न्यूनतम सीमा नहीं
हर हफ्ते चलेगा साइबर जागरूकता अभियान, 35 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को जनचौपाल में दिया जाएगा साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण

Aug 8, 2025, 10:04 IST

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वाराणसी, भदैनी मिरर। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कमिश्नरेट कार्यालय में साइबर सेल और साइबर थाने की समीक्षा बैठक में साइबर सुरक्षा और जन-जागरूकता के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि बैंक से ज्यादा रकम निकालने वाले लोगों से एक विशेष फार्म भरवाया जाएगा, जिसमें साइबर धोखाधड़ी से बचाव संबंधी जानकारी दी जाएगी। 

बैठक में निर्देश दिया गया कि हर बृहस्पतिवार थाना स्तर, स्कूल, गांव, सार्वजनिक स्थल और सामाजिक संस्थानों में साइबर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके तहत नागरिकों को ऑडियो-वीडियो और तथ्यों के माध्यम से साइबर अपराध के प्रकार, बचाव और रिपोर्टिंग प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी।


पुलिस कमिश्नर ने आदेश दिया कि 35 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को जनचौपाल लगाकर साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि वे धोखाधड़ी का शिकार न बनें। इसमें प्रोफेसर, डॉक्टर, शिक्षक, पेंशनर्स, किसान और ग्रामीणों को प्राथमिकता दी जाएगी।
कॉल सेंटर आधारित अपराधों पर कार्रवाई


उन्होंने कहा कि कॉल सेंटर और संगठित साइबर गैंग की गहराई से जांच की जाए। साथ ही, साइबर अपराध में प्रयुक्त सिम कार्ड्स के ‘पॉइंट ऑफ परचेज’ की जानकारी जुटाकर कानूनी कार्रवाई की जाए। अब साइबर अपराध की एफआईआर दर्ज कराने के लिए रकम की न्यूनतम सीमा खत्म कर दी गई है। थाना प्रभारी अपने विवेक से मामले को साइबर थाने में पंजीकृत कर सकते हैं।

साइबर कमांडोज़ को विशेष प्रशिक्षण
वाराणसी से चयनित दो साइबर कमांडोज़ को लखनऊ मुख्यालय में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो भविष्य में साइबर अपराध के खिलाफ अभियानों में मदद करेंगे।
पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि सॉफ्ट टारगेट को जागरूक करना और अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई ही वाराणसी पुलिस की प्राथमिकता होगी।

