Movie prime
Ad

Varanasi : डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप, कहा- सिर में सर्जिकल ब्लेड लगने से मरा

Ad

 
...
WhatsApp Group Join Now
Ad

Ad

वाराणसी, भदैनी मिरर। शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में एक नवजात शिशु की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बच्चे के परिजनों का आरोप है कि डिलीवरी के दौरान बच्चा जीवित पैदा हुआ था, लेकिन नाल काटते समय डॉक्टर की लापरवाही से सर्जिकल ब्लेड उसके सिर में लग गया, जिससे उसकी मौत हो गई।

Ad
Ad

परिजनों का आरोप- जिंदा बच्चा ब्लेड लगने से मरा

शिशु के पिता अनीशुर्रहमान का कहना है कि डिलीवरी के तुरंत बाद बच्चा सांस ले रहा था। लेकिन जब नाल काटी जा रही थी, तब डॉक्टर द्वारा इस्तेमाल किए गए ब्लेड से उसके सिर में गहरी चोट लग गई, जिससे अत्यधिक खून बहने लगा और उसने दम तोड़ दिया।

Ad
Ad

अस्पताल की सफाई 

वहीं महिला वार्ड की प्रभारी डॉ. अनुराधा सचान का कहना है कि जब ऑपरेशन किया गया, तब तक बच्चे की धड़कन बंद हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउंड में ही स्पष्ट हो गया था कि बच्चा जीवित नहीं है। डॉ. अनुराधा के अनुसार, “जन्म के बाद जब नाल काटी जा रही थी, उस समय ब्लेड बच्चे के सिर को छू गया, लेकिन हमने परिजनों को इसलिए जानकारी नहीं दी क्योंकि उन्हें पहले ही बताया गया था कि बच्चा मृत है।

Ad

life line hospital new

अस्पताल में हंगामा, पुलिस तैनात

घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। आरोप है कि न सिर्फ मेडिकल स्टाफ ने लापरवाही बरती, बल्कि घटना को छिपाने की भी कोशिश की गई। सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। फिलहाल अस्पताल में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

नर्स ने लिए थे पैसे, बाद में लौटाए गए

परिजनों ने पुलिस को बताया कि डिलीवरी के लिए अस्पताल में 2500 रुपए लिए गए थे, जो नवजात की मौत के बाद वापस कर दिए गए। पुलिस ने अस्पताल का रिकॉर्ड चेक किया, ऑपरेशन केस की फाइल देखी और ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों से पूछताछ की।

डॉक्टर की सफाई


डॉ. अनुराधा ने कहा, "शबनम नाम की महिला को हमने भर्ती किया था। शाम को जब मैंने जांच की, तो गर्भस्थ शिशु की कोई धड़कन नहीं सुनाई दी। मैंने उसके पति को बुलाकर बताया कि स्थिति गंभीर है और ऑपरेशन करना होगा। परिजनों की सहमति से सर्जरी की गई और जब बच्चा बाहर निकला, वह मृत था। ऑपरेशन के दौरान उसके सिर पर हल्की चोट आई, लेकिन हमने ये बात इसलिए नहीं बताई क्योंकि पहले ही सूचित कर दिया गया था कि बच्चा जीवित नहीं है।”

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद खुलेगा सच
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा और उसी रिपोर्ट के आधार पर यह तय होगा कि बच्चा जिंदा पैदा हुआ था या नहीं और उसकी मौत का असली कारण क्या रहा।

Ad

Ad

FROM AROUND THE WEB