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वाराणसी: खोजवा के हॉस्टल में JEE स्टूडेंट खुशी सिंह ने लगाई फांसी, बाथरूम में मिला शव 

बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे हॉस्टल पर उठे सवाल, गहमर गाजीपुर की रहने वाली थी छात्रा
 

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JEE sTUDENT sUCIDE
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वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के खोजवा इलाके में स्थित एक हॉस्टल के दूसरे तल पर JEE की तैयारी कर रही 18 वर्षीय खुशी सिंह ने बाथरूम में गमछे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

घटना की जानकारी उस वक्त हुई जब उसकी रूम पार्टनर ने बाथरूम का दरवाजा कई बार खटखटाया लेकिन भीतर से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद हॉस्टल की वार्डन अंजू सिंह को सूचना दी गई। वार्डन ने तत्काल पुलिस को बुलाया।

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पुलिस को परिजनों का इंतजार 

सूचना पर एसीपी भेलूपुर गौरव कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि मृतका के परिजनों पिता जयप्रकाश सिंह और मां को सूचना दे दी गई है। परिजनों के पहुंचने के बाद शव फंदे से उतारा जाएगा। मृतका मूल रूप से गहमर (जनपद गाजीपुर) की रहने वाली थी और वाराणसी में रहकर JEE  की तैयारी कर रही थी। कुछ दिन पहले ही उसने JEE  परीक्षा दी थी।

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रूम पार्टनर ने बताई घटना की पूरी कहानी

पुलिस पूछताछ में रूम पार्टनर ने बताया - “हम दोनों पूरी रात पढ़ाई कर रहे थे। सुबह करीब 6:30 बजे नाश्ता करने गई थी और 6:46 पर लौट आई। इसके बाद हम सो गए। दोपहर में जब मैं जागी तो फ्रेश होने के लिए बाथरूम गई, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। 10 मिनट में तीन बार दरवाजा पीटा, जवाब नहीं मिला, तो वार्डन को बुलाया।”
बता दें, इस हॉस्टल में कुल 35 कमरे में 72 छात्राएं रह रही हैं।

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गरीब परिवार से है छात्रा 

फंदे से झूली ख़ुशी सिंह तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी है। ख़ुशी से छोटी एक बहन और एक भाई है। पिता जयप्रकाश सिंह किसान है। ख़ुशी का पारिवारिक बैकग्राउंड कुछ खास नहीं है। ख़ुशी तीन सालों से जेईई की तैयारी कर रही है। 

बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे हॉस्टल, नहीं है सुरक्षा इंतजाम

शिक्षा नगरी कहे जाने वाले काशी में एक बार फिर कोचिंग और हॉस्टल सिस्टम की लापरवाही पर सवाल उठने लग है। इस घटना के बाद दुर्गाकुंड और खोजवा इलाके में चल रहे हॉस्टलों की सुरक्षा व्यवस्था और रजिस्ट्रेशन प्रणाली भी एक गंभीर विषय है। सूत्र बताते हैं कि क्षेत्र में सैकड़ों हॉस्टल बिना किसी नगर निगम या जिला प्रशासनिक पंजीकरण (Registration) के चल रहे हैं। इनमें से अधिकांश हॉस्टलों में फायर सेफ्टी उपकरण नहीं, न ही खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि कई हॉस्टलों के मैनेजर और वार्डन का व्यवहार ठीक नहीं होता, जिससे छात्राओं की शिकायतें अक्सर आती हैं। पिछले  दिनों दुर्गाकुंड क्षेत्र के मानस नगर कॉलोनी स्थित हॉस्टल में रहने वाली  एक छात्रा के पिता ने हॉस्टल संचालक और संचालिका के खिलाफ गंभीर धाराओं में थाना भेलूपुर में अभियोग भी पंजीकृत करवाया था। वहीं एक अन्य हॉस्टल की छात्रा ने गार्ड के उप्पर बदसलूकी का आरोप लगाया था। 

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