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वाराणसीः भोजूवीर में देह व्यापार और नशाखोरी का अड्डा, जानिए किनकी हुई गिरफ्तारी, किनकी हो रही तलाश

कंडोम नकदी, चीलम, नशे का सामान, सौंदर्य प्रसाधन के सामान बरामद 

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दस लोगों की गिरफ्तारी ने सबको चौकाया, संचालक दम्पती की सरगर्मी से तलाश

छह महिला और चार पुरूष गिरफ्तार, नशे के सामान और कंडोम आदि बरामद

वाराणसी, भदैनी मिरर। शिवपुर थाना क्षेत्र के भोजूवीर तिराहा स्थित भीड़ भरे बाजार में मकान के तीसरे मंजिल पर देह व्यापार और नशाखोरी के धंधे में गिरफ्तार छह युवतियों व महिलाओं के अलावा चार पुरूषों की गिरफ्तारी ने लोगों को चौका दिया है। इनमें गाजीपुर, प्रयागराज समेत वाराणसी की महिलाएं और पुरूष हैं। इस नापाक धंधे के मास्टर माइंड अनुराग और उसकी पत्नी खुशी सिंह की पुलिस टीमें सरगर्मी से तलाश कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार यह दम्पती देह व्यापार और नशाखोरी का धंधा लम्बे समय से कर रहे थे। अब इनकी दुकान ज्यादा चल निकली थी तो दुर्गंध भी फैल गई थी। आसपास के लोगों के जरिए पुलिस तक सूचना पहुंची। सटीक मुखबिरी ने गिरोह के काले धंधे का बंटाधार कर दिया। सबसे अहम बात कि इस छापेमारी का नेतृत्व करने वाले एसीपी सारनाथ विजय प्रताप सिंह इस मुकदमे के वादी हैं। उनकी तहरीर पर शिवपुर पुलिस ने बीएनएस 223 (ए), अनैतिक व्यापार निवारण अधिकनियम की धारा 3, 4, 5, 6, 7, सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम 2003 की धारा 21 और 22 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस गिरोह के कारनामों की फर्द इतनी मजबूत बनाई है कि अब कानून के शिकंज से बाहर निकल पाना इनके लिए मुश्किल हो गया है। 

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एसीपी सारनाथ के अनुसार पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि भोजूवीर तिराहा स्थित मकान के तीसरी मंजिल पर देह व्यापार और नशाखोरी का धंधा होता है। इस सूचना की पुष्टि के लिए सादेवर्दी में पुलिसकर्मी भेजे गये। जब उन्होंने इसकी पुष्टि कर ली तो अधिकारी को सूचित किया। एसीपी के निर्देश पर शिवपुर और कैंट थाने में पुलिस ने संयुक्त रूप से छापा मारा। पुलिस ने जब पहली मंजिल का दरवाजा खटखटाया तो खोलने में पहले आनकानी की गई। सख्ती बरतने पर दरवाजा खोला गया। पुलिस तीसरे मंजिल में पहुंची तो कई केबिन बने हुए थे। तीन केबिन में तीन युवक और तीन युवतियां आपत्तिजनक हालत में मिल गईं। हर कमरे में सिंगल बेड, पानी की बोतल और आपत्तिजनक सामान बरामद हुए। हालांकि छापे के दौरान कुछ लोग मकान की छत कूदकर भागने में कामयाब हो गये। पुलिस के अनुसार अवैध देह व्यापार और नशाखोरी के अड्डे के मास्टर माइंड अनुराग सिंह और उसकी पत्नी खुशी सिंह हैं। अक्षत वर्मा और एक महिला पायल इस कारोबार का संचालन करती थीं। वरूणा पार क्षेत्र में इनका संगठित गिरोह काम करता था। 

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इन महिलाओं और पुरूषों की हुई गिरफ्तारी

छापे के दौरान मौके से मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के महेशपुर लहरतारा की पायल सिंह, लालपुर-पांडेयुपर थाना क्षेत्र के मस्जिद लालपुर की रूही, गाजीपुर जिले के भुड़कुड़ा थाना क्षेत्र के जखनिया मार्केट शिवमंदिर के पास की सीमा यादव,  लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र के नई बस्ती मस्जिद के बगल की सपना, बलिया जिले के गड़वार थाना क्षेत्र के बलेसरा की सलोनी, भेलूपुर थाना क्षेत्र के दुर्गाकुंड की मनीषा साहनी, चेतगंज थाना क्षेत्र के पानदरीबा के अवधेश, जैतपुरा थाना क्षेत्र के नईबस्ती के सक्षम, गाजीपुर जिले के सुहवल थाना क्षेत्र के भीखी चौराहा के विश्वजीत, दुर्गाकंड के अक्षय वर्मा उर्फ संदीप मौर्या गिरफ्तार किये गये। इनके पास से 12 मोबाइल, कंडोम, लाल रंग की कापी, द रिलेक्स स्पा का रजिस्ट्रेशन, मिस्टर संदीप कुमार का यूनियन बैंक का पासबुक, पेटीयम, क्यू आर कोड मशीन, 5800 रूपये, टाइमेक्स घड़ी, कास्मेटिक सामान, हुक्का चीलम, मिस्टर हुक्का मोलासेस, तम्बाकू के पैकेट आदि बरामद हुए हैं। 

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बुलाई जाती थीं लड़कियां, कुछ स्वेच्छा से भी आती थीं

पकड़ी गई युवतियों ने पुलिस को बताया कि अनुराग सिंह उसकी पत्नी खुशी सिंह लड़कियों को काम का लालच देकर मकान में बुलाते थे। इसके बाद बंधक बनाकर अनैतिक देह व्यापार करते थे। इसके अलावा कई लड़कियां और औरतें स्वेच्छा से आकर देह व्यापार का धंधा करती है। बदले में ग्राहकों से पैसे प्राप्त करती है। पायल सिंह और अक्षत वर्मा धंधे के संचालन में सहयोग करते थे। पायल सिंह प्रयागराज के सरायइनायत थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद हनुमानगंज बाजार के स्व. उपेंद्र कुमार सिंह की पत्नी है। वह पानदरीबा में रहती है। पुलिस देह व्यापार के अड्डे के संचालक दम्पती की तलाश में दबिश दे रही है।

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छापे के बाद लोगों ने भी उठाए सवाल

भोजूवीर तिराहा की बराबर दूरी पर अर्दली बाजार और गिलट बाजार पुलिस चौकी है। भोजवीर तिराहे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है। तीसरा यह कि यह स्थान जिला मुख्यालय से महज आधा किमी की दूरी पर है। इसके बावजूद इतने व्यापक स्तर पर चल रहे इस अनैतिक धंधे की क्षेत्रीय पुलिस को खबर न होना आश्चर्यजनक है। चर्चा है कि धंधे के संचालक अनुराग सिंह और उसकी पत्नी खुशी सिंह अपने यहां बुलाई गईं युवतियों से धंधा कराती रहीं। अक्षत और पायल रेट तय करते थे। देह व्यापार में लिप्त महिला और युवती को आधे पैसे मिलते थे। बाकी संचालक अपने लिए रख लेते थे। इस अड्डे पर आनेवालों में कुछ सफेदपोश और नवधनाढ्यों का भी नाम प्रकाश में आया है। 
 

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