
Varanasi Gang Rape Case : दुष्कर्म मामले में समाजिक संस्था ने साक्ष्य छिपाने और भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर की सख्त कार्रवाई की मांग




Varanasi : वाराणसी में हाल ही में घटित चर्चित सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने पूरे शहर समेत समाज को गहरी चोट पहुंचाई है। यह मामला महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जैसे-जैसे मामले की जांच आगे बढ़ रही है, नए तथ्य उजागर हो रहे हैं। संकेत मिल रहे हैं कि कुछ तत्व न केवल अहम साक्ष्यों को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि प्रशासन और आम जनता को भी भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में युवा फाउंडेशन के सदस्यों ने इस प्रकरण में शामिल सभी पक्षों की निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

संस्था का कहना है कि जो भी व्यक्ति साक्ष्य नष्ट करने, झूठी जानकारी फैलाने या जांच प्रक्रिया को प्रभावित करने में संलिप्त पाया जाए, उसके विरुद्ध जांच उपरांत सख्त से सख्त कदम उठाया जाए। उनका मानना है कि ऐसे कृत्यों के प्रति समाज में स्पष्ट संदेश जाना चाहिए कि इस तरह की आपराधिक मानसिकता और उससे जुड़े कृत्य किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं होंगे।


युवा फाउंडेशन के इस मांगपत्र में प्रमुख रूप से अधिवक्ता विकास श्रीवास्तव, अधिवक्ता मुन्ना लाल यादव, विकास मौर्य, सीमा चौधरी, माला तिवारी तथा अधिवक्ता सनद कुमार राय सहित कई अन्य गणमान्य लोग शामिल रहे।

