
Varanasi Flood : तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, तीसरी बार पहुंचा चेतावनी बिंदु पार, इतने सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा पानी


वाराणसी: गंगा नदी इस मानसून सीजन में तीसरी बार चेतावनी बिंदु पार कर गई है। नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान के बेहद करीब है। हालात यह हैं कि हर घंटे लगभग दो सेंटीमीटर की तेजी से पानी बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों के लोग बाढ़ राहत शिविरों और सुरक्षित जगहों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। प्रशासन की चिंता भी लगातार बढ़ती जा रही है।



केंद्रीय जल आयोग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार सुबह 08:00 बजे जलस्तर 70.71 मीटर दर्ज किया गया, जो कि चेतावनी स्तर 70.262 मीटर से ऊपर है। नदी का जलस्तर इस समय बढ़ता जा रहा है और पिछले एक घंटे में 1 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। बता दें कि इस गेज साइट पर खतरे का निशान 71.262 मीटर और उच्चतम बाढ़ स्तर (H.F.L.) 73.901 मीटर है।

घाटों की सीढ़ियां जलमग्न
दशाश्वमेध घाट की सीढ़ियां पूरी तरह पानी में समा गई हैं। अस्सी घाट पर सड़क डूब चुकी है। मणिकर्णिका घाट की गलियां जलमग्न हो गई हैं, जिसके चलते शव अब नावों के जरिए श्मशान स्थल तक ले जाए जा रहे हैं। कई जगहों पर छतों और ऊंचे प्लेटफॉर्म पर अंतिम संस्कार किया जा रहा है। हरिश्चंद्र घाट पर भी पानी भरे रहने के बावजूद चिताएं जल रही हैं।

वरुणा नदी का जलस्तर बढ़ा
गंगा के बढ़ते जलस्तर से वरुणा नदी में पलट प्रवाह शुरू हो गया है। इसके चलते आसपास की बस्तियों में पानी भर गया है। नालों के जरिए पानी अब शहर के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंच रहा है। प्रभावित क्षेत्रों के लोग ऊंची जगहों और अस्थायी शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
चार दिन बाद मिल सकती है राहत
जल आयोग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले चार दिनों में जलस्तर घट सकता है। तब तक प्रशासन को राहत और बचाव कार्य तेज रखने होंगे। meanwhile, बाढ़ का असर शहर की सड़कों और बाजारों तक दिखाई देने लगा है। प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।

