Varanasi: डीसीपी बनकर वीडियो कॉल पर धमकाया, 75 वर्षीय वृद्ध से साइबर ठगों ने उड़ाए 9 लाख रुपये
भेलूपुर के ककरमत्ता बजरडीहा निवासी बुजुर्ग को फर्जी गिरफ्तारी आदेश भेजकर डराया, परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच
Updated: Nov 16, 2025, 12:24 IST
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वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र में साइबर ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक जालसाज ने खुद को पुलिस विभाग का डीसीपी बनाकर वीडियो कॉल के माध्यम से एक 75 वर्षीय वृद्ध को धमकाते हुए 9 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित की तहरीर पर भेलूपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, ककरमत्ता बजरडीहा निवासी योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव (75 वर्ष) के व्हाट्सएप नंबर पर 4 अक्टूबर को एक अज्ञात व्यक्ति का वीडियो कॉल आया। कॉल करने वाला खुद को डीसीपी आलोक सिंह बता रहा था। वीडियो कॉल पर उसने योगेंद्र को गंभीर आरोपों में गिरफ्तार करने की धमकी देते हुए एक कथित अरेस्ट ऑर्डर भी भेजा।



पीड़ित के अनुसार, आरोपी ने मोबाइल पर जो दस्तावेज भेजे, उनमें डीजीपी पुलिस हेडक्वार्टर की मुहर, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर संजय मल्होत्रा और कई तरह के न्यायालय के आदेश और प्रपत्र शामिल थे।
इन दस्तावेज़ों को देखकर योगेंद्र घबरा गए और आरोपी की चाल में फंसते चले गए। डर और दबाव में आकर योगेंद्र कुमार कचहरी स्थित एसबीआई शाखा पहुंचे और आरोपी द्वारा भेजे गए सिटी यूनियन बैंक, जोधपुर (राजस्थान) के खाते में 9 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। पैसे भेजने के बाद भी ठग उन्हें लगातार परेशान करता रहा और और रुपये की मांग करने लगा।

जब पीड़ित ने पूरी बात अपने परिवार को बताई, तो परिजनों ने ठग से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने कॉल काट दिया और फोन स्विच ऑफ कर लिया।
पीड़ित बुजुर्ग किडनी रोग से भी पीड़ित हैं, जिसके कारण वह मानसिक रूप से ज्यादा भयभीत हो गए थे।
परिवार की शिकायत पर भेलूपुर थाना पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस साइबर टीम के साथ मिलकर पैसे के ट्रांसफर और आरोपी के मोबाइल नंबर की पड़ताल कर रही है।



