
वाराणसी : रोहनिया में गरजे बुलडोजर, भारी फोर्स के साथ ढहाये गये मकान और दुकान
जीटी रोड मोहनसराय से लहरतारा मार्ग चौड़ीकरण में बाधक बन रहे थे मकान




लोगों में गहरी नाराजगी, कहा-बिना पूरे लोगों को मुआवजा दिये तोड़े जा रहे भवन
तीन दिन पहले भेजी गई नोटिस और अब ढहाने लगे मकान
वाराणसी, भदैनी मिरर। रोहनिया थाना क्षेत्र में मोहनसराय से लहरतारा जीटी रोड के चौड़ीकरण सिक्स लेन व नाला कार्य में बाधक बन रहे मकानों और दुकानों पर गुरूवार की दोपहर बुलडोजर गरजा। इस दौरान पुलिस और पीएसी के साथ एसीपी संजीव शर्मा, रोहनिया, मडुवाड़ीह थानों की फोर्स के अलावा पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान रोहनिया बाजार में थाना के पास से मोहनसराय जाने वाली सड़क के किनारे बुलडोजरों से मस्जिद समेत कई मकान ढहा दिये गये।


रोहनिया व्यापार संघ अध्यक्ष दशमी यादव ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा कुछ लोगों को मुआवजा दिया गया और कुछ लोगों को नही दिया जा रहा है। जबकि उनकी पूरी जिम्मेदारी बनती है कि सभी लोगों को मुआवजा देने के बाद ही उनके मकान और दुकान तोड़े जांय। लोग स्वेच्छा से अपने मकान और दुकान तोड़ने को तैयार हैं लेकिन उचित मुआवजा नही दिया जा रहा है। सड़क के किनारे वाले मकान अवैध नहीं है।


इसे पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा जबरन अवैध घोषित किया गया है। बताया कि तीन दिन पहले ही पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा पोस्ट ऑफिस के माध्यम से नोटिस भेजकर लोगों को अवगत कराया गया था। अवैध कब्जा वाले मकान पर नोटिस भी चस्पा कराया गया था। सच्चाई यह है कि रोहनिया के पूरे मार्केट में सिर्फ 6 लोगों को मुआवजा मिला है। बाकी लोगों को कोई मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में मकानों को तोड़ना प्रशासन की दबंगई नही तो और क्या है।


