Varanasi : क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर ने लाइसेंसी राइफल से खुद को मारी गोली, जांच में जुटी पुलिस




वाराणसी। क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर तरुण कुमार पांडेय (52) ने रविवार शाम म्योर रोड स्थित अपने आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपनी लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मारी, जो गले को चीरते हुए सिर के पार चली गई।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में रीढ़ की हड्डी में चोट और लंबे समय से चल रही बीमारी को आत्महत्या का कारण माना जा रहा है। हालांकि, घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।

पड़ोसी महिला ने सबसे पहले देखा
घटना शाम करीब छह बजे की है। इंस्पेक्टर के घर के सामने रहने वाली महिला नूरी ने गोली चलने की आवाज सुनी। जब वह घर के भीतर गई तो देखा कि तरुण कुमार पांडेय अपने कमरे में खून से लथपथ पड़े हुए थे। शोर मचाने पर आसपास के लोग पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।

Bengaluru में रह रही है पत्नी और बेटा
जानकारी के अनुसार, मूल रूप से गोंडा जिले के नवाबगंज थाना अंतर्गत बैजलपुर गांव निवासी तरुण पांडेय वाराणसी कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच (विवेचना शाखा) में तैनात थे। वे म्योर रोड स्थित 33ए/5ए मकान में अकेले रह रहे थे। उनकी पत्नी पूनम पांडेय और बेटा इशान पांडेय बेंगलुरु में रहते हैं, जबकि बेटी आशू पांडेय की शादी 1 मार्च 2025 को लखनऊ में हुई थी।

छह माह पहले हुए थे घायल
चचेरे भाई ए.के. पांडेय के मुताबिक, करीब छह महीने पहले घर की सीढ़ियों से गिरने के कारण तरुण पांडेय की रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई थी। इसी वजह से वे काफी समय से परेशान चल रहे थे।
निलंबन और बहाली के बाद भी नहीं हुए थे शामिल
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 12 सितंबर 2024 को तरुण पांडेय को निलंबित किया गया था। बाद में 15 सितंबर को उन्होंने पुलिस लाइन में आमद कराई और 20 नवंबर को बहाल भी कर दिए गए, लेकिन फिर भी उन्होंने ड्यूटी जॉइन नहीं की और लगातार गैरहाजिर रहे।
पुलिस ने शुरू की जांच
डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने बताया कि, “घटना में लाइसेंसी राइफल का उपयोग हुआ है। सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों को सूचित कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है और सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।”

