वाराणसी : राष्ट्रीय लोक अदालत में 4 लाख 68 हजार 913 मामलों का हुआ निस्तारण
जिला जज ने अधिक से अधिक मामलों का सुलह-समझौतों के आधार पर निस्तारण करने पर दिया जोर
न्याय को आमजन तक पहुंचाती है लोक अदालत, धन और समय की होती है बचत- संजीव शुक्ला
वाराणसी, भदैनी मिरर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जिला जज संजीव शुक्ला ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश ने अधिक से अधिक वादों के सुलह समझौतों के आधार पर निस्तारण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि लोक अदालत एक ऐसी प्रणाली है जो न्याय को आम जन तक पहुंचाती है। इससे समय के साथ धन की बचत होती है। समय से समाधान व शान्ति को बढ़ावा मिलता है।




कार्यक्रम में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अनिरूद्ध कुमार तिवारी, पीठासीन अधिकारी भूमि अर्जन, पुनर्वास एवं पुनर्व्यवस्थापन प्राधिकरण सत्यानन्द उपाध्याय, जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, बनारस बार अध्यक्ष सतीश कुमार एवं राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी अनिल कुमार शुक्ल, यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के जीएम बीएन सिंह समेत अन्य न्यायिक अधिकारीगण रहे। लोक अदालत में न्यायालय और प्रशासन के सभी विभागों से कुल 4,68,913 वादों का निस्तारण हुआ। इस दौरान 18,27,08,023.48 रूपये की वसूली हुई। जनपद न्यायालय से 31965 वादों का निस्तारण हुआ, जिसमें दीवानी (सिविल) के 144, पारिवारिक वाद 65, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति के 53 वाद में बीमा कंपनी द्वारा पीड़ित पक्षकारों को 2,28,99,600.00 की धनराशि दिलायी गयी। फौजदारी की 31057 मामलों में 20,11,063.00 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। एनआई एक्ट के 154 वाद, बैंकों व कम्युनिकेशन प्रीलिटिगेशन स्तर पर 2284 मामलों का निस्तारण हुआ।


इसमें 10,03,26,586.00 की धनराशि की वसूली हेतु समझौता हुआ। प्रशासन एवं अन्य विभागों द्वारा 436948 वादों का निस्तारण किया गया। इसमें 12,04,20,387.00 की धनराशि की वसूली हेतु समझौता हुआ। श्रम विभाग के 23 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 38,54,280.00 की धनराशि की वसूली हेतु समझौता हुआ। राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालय परिसर में जगह-जगह पर हेल्प डेक्स बनाये गये थे जिसके जरिए वादकारियों को आवश्यक सहायता प्रदान किये गये। इस राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर न्यायालय परिसर में जिला व केन्द्रीय कारागार वाराणसी के कैदियों द्वारा बनाये गये उत्पादों लकड़ी के खिलौने, दरी, गमछा, खाद्य सामाग्री में अचार, ब्रेड, बिस्किट, बाल संप्रेक्षण गृह रामनगर व बालक बालगृह रामनगर और आफ्टर केयर होम में रह रहे संवासिनियों व बच्चों द्वारा बनाये गये विभिन्न प्रकार के आर्ट, काफ्ट, बैग आदि की प्रदर्शनी लगाई गई थी। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने सामाग्री खरीदने में रूची दिखाई।


