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BHU PhD प्रवेश में चूक पर हंगामा: छात्र शिवम सोनकर के समर्थन उतरी विधायक रागिनी सोनकर, कहा- संघर्ष जारी रहेगा

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वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में हुई चूक के बाद पिछले 9 दिनों से धरना दे रहे छात्र शिवम सोनकर का समर्थन करने मछली शहर की विधायक रागिनी सोनकर के साथ करीब 250 लोगों ने कुलपति आवास के बाहर कैंडल जलाकर समर्थन किया. कहा कि देश के उच्च सदन से लेकर सड़क तक हम संघर्ष करेंगे. धरना में शामिल तमाम सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि आज कोई राजनैतिक धरना नहीं बल्कि भविष्य में शिक्षा को अहमियत देने वाले लोग इकठ्ठा हुए है. इस दौरान लोगों ने विश्वविद्यालय के खिलाफ जमकर नारबाजी की, साथ ही केंद्र सरकार और राष्ट्रपति को हस्तक्षेप कर शिवम को न्याय देने की मांग की. 

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विश्वविद्यालय में मनमानी 

विवि पहुंची मछली शहर की विधायक रागिनी सोनकर ने कहा कि शिवम सोनकर को न्याय मिलना चाहिए. शिवम सोनकर का मुद्दा पूरे देश तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के रेक्टर और रजिस्ट्रार से बातचीत हुई है. उन्होंने कहा कि विवि जब अपनी गलती मान रहा है तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? विवि कह रहा है कि अगले साल सुधार करेंगे लेकिन छात्र का साल भर समय बर्बाद किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती है कि दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक का बच्चा शिक्षा लेकर आगे नहीं बढ़ पाए. कहा कि विवि चाहती है कि शिवम सहित तमाम बच्चे कोर्ट आये ताकि समय लगे और छात्रों का साल बर्बाद हो. इस सरकार को बच्चों के भविष्य से प्रेम नहीं है. कहा कि आज जो डेटा है वह बताती है कि अनसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और ओबीसी के छात्र सुसाइड कर रहे है. युवा सड़क पर बेरोजगार घूम रहा है. एक समय था जब युवा नौकरियों की तैयारी करता था, लेकिन आज आउट सोर्सिंग पर सब नौकरियां दी जा रही है. 

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सरकार की संवेदनहीनता  

सपा नेत्री रीबू श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार की संवेदनहीनता के कारण शिवम को न्याय नहीं मिल सका है. प्रदेश की आम आदमी का ध्यान भटकाने के लिए देश में हिंदू-मुसलमान, जात-पात, राणा सांगा-बाबर की बातें करती है. विश्वविद्यालय में कुलपति के नाक के नीचे एक नौजवान के भविष्य से साथ खिलवाड़ हो रहा है. कुलपति आवास के सामने 9 दिन से बैठे बच्चे की आवाज इन्हे नहीं सुनाई देती. यह इतिहास के पन्ने खोज सकते है, यह सारे मंदिर-मस्जिद खोद डालेंगे कि वहां क्या मिलता है मगर उन्हें छात्रों-नवजवानों के भविष्य की चिंता नहीं है. उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि किसान कैसे मर रहा है, एनसीआरबी की रिपोर्ट में सबसे ज्यादा महिलाओं पर अत्याचार दर्ज किया गया है. इन सरकार में नवजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. यह सरकार उसके बाद भी डेवलपमेंट की बातें करती है. यह सरकार पूरी तरह फेल है.

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