
यूपी बना VPDs सर्विलांस शुरू करने वाला देश का पहला राज्य, वाराणसी में यूडीएसपी पोर्टल पर रजिस्टर हुआ पहला केस




वाराणसी। उत्तर प्रदेश ने सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राज्य ने 1 मई से वैक्सीन प्रिवेन्टेबल डिजीजेस (VPDs) की रीयल टाइम डिजिटल निगरानी शुरू कर दी है, जिससे वह इस पहल को लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। यह निगरानी यूनीफाइड डिजीज सर्विलांस पोर्टल (यूडीएसपी) के माध्यम से की जाएगी, जो राज्य सरकार द्वारा विकसित एक उन्नत डिजिटल प्लेटफॉर्म है।

इस नई प्रणाली के तहत पोलियो, खसरा, रूबेला, डिप्थीरिया, पर्टूसिस (काली खांसी) और टिटनेस जैसी बीमारियों की केस-बेस्ड रीयल टाइम रिपोर्टिंग संभव हो सकेगी। यूडीएसपी प्लेटफॉर्म का उद्देश्य इन बीमारियों के प्रसार को समय रहते पहचान कर त्वरित और प्रभावी स्वास्थ्य प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।


वाराणसी से हुई शुरुआत
इस डिजिटल सर्विलांस सिस्टम के अंतर्गत पहला केस वाराणसी जनपद के सर सुन्दरलाल चिकित्सालय, आईएमएस बीएचयू में पंजीकृत किया गया है। यह ऐतिहासिक कदम टीकाकरण से रोके जा सकने वाली बीमारियों की निगरानी को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में मील का पत्थर है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने कहा, “यूडीएसपी पोर्टल के ज़रिए अब राज्य व ज़िला स्तर पर तेज संवाद संभव होगा। इससे न सिर्फ बीमारियों की तुरंत पहचान होगी बल्कि पब्लिक हेल्थ रिस्पांस भी पहले से अधिक प्रभावशाली हो सकेगा। नागरिकों को COVID की तरह ही अपनी लैब रिपोर्ट ऑनलाइन मिलने की सुविधा भी इस पोर्टल पर मिलेगी।”
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एसएस कनौजिया ने बताया, “विश्व टीकाकरण सप्ताह के तहत प्रदेशभर में कक्षा 5 और 10 के छात्रों को स्कूलों में मुफ़्त TD वैक्सीन लगाई जा रही है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे।”
यूडीएसपी की पृष्ठभूमि और भविष्य की दिशा
यूडीएसपी प्लेटफॉर्म की शुरुआत मई 2023 में 12 अधिसूचित बीमारियों के लिए की गई थी और यह ABDM-अनुरूप पोर्टल अब राष्ट्रीय स्तर के डेटा प्लेटफार्म से भी जुड़ चुका है। VPDs को इस सिस्टम में जोड़ना न केवल निगरानी की पहुंच को विस्तारित करेगा, बल्कि कार्यक्रम प्रबंधन, टीकाकरण कवरेज और प्रतिक्रिया की गति में भी बड़ा सुधार लाएगा।

