Movie prime
Ad

जो अपनी पत्नी के सिंदूर की रक्षा नही कर पाये वह आपरेशन सिंदूर की बात कर रहे हैं-अजय राय

अजय राय ने पीएम मोदी पर ऑपरेशन सिंदूर, सीज़फायर, अमेरिकी हस्तक्षेप और शहीदों के अपमान को लेकर उठाए गंभीर सवाल; कहा—‘तिरंगा यात्रा से पहले देश के सवालों का जवाब दें प्रधानमंत्री।’

Ad

 
opration
WhatsApp Group Join Now
Ad

Ad

जिसने भारत माता की रक्षा के लिए शहीद जवानों, परिवारों को सम्मान नही दिया और वह उन्हीं के नाम पर तिरंगा यात्रा निकाल रहा है

वाराणसी, भदैनी मिरर। यूपी के कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने सोमवार को मैदागिन स्थित पार्टी के कैम्प कार्यालय में बुलाई गई प्रेसवार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की नतियों पर जमकर निशाना साधा। कहाकि जो नरेंद्र मोदी अपनी पत्नी यशोदा बेन के सिंदूर की हिफाजत नही कर पाये वह आपरेशन सिंदूर की बात कर रहे हैं। उनके मुंह से ऐसी बाते शोभा नही देतीं। नरेंद्र दामोदर दास मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री रहे लेकिन किसी ने नही जाना की उनकी पत्नी का नाम क्या है और वह कौन हैं। जब बनारस में लोकसभा का वर्ष 2014 में चुनाव लड़ने आये तो उन्हीं पत्नी के नाम वाले कालम में योशाद बेन का नाम भरना पड़ा। प्रधानमंत्री बनने के बाद आद भी योशादा बेन उनके साथ कही नही दिखीं। वह आपरेशन सिंदूर की बात करें तो कोई भरोसा करेगा? उन्होंने कहाकि तिरंगा यात्रा के लिए पूरी सरकारी मशीनरी का जमकर उपयोग हो रहा हैं। यहां तक की भीड़ दिखाने के लिए शिक्षण संस्थानों को भी नही छोड़ा जा रहा है। 

Ad

 

congres

उन्होंने कहाकि सरकारी कर्मचारियों को भी यात्रा में शामिल कर डीजे बजाया जा रहा है। आज तक पहलगाम हमले के मारे गये लोगों के परिजनों और भारत-पाक के बीच एयर स्ट्राइक, फायरिंग में शहीद जवानों के परिवार से भी मोदी नही मिले, उनको सम्मान नही दिया। आज उन्हीं शहीदों की बहादुरी की  गाथा गाकर यात्रा निकाली जा रही है। ऐसे लोगों के मुंह से आपरेशन सिंदूर की बात शोभा नही देती। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से सवाल किये-

Ad
Ad

1. प्रधानमंत्री ने खुद की फोटो लगाकर आपरेशन सिंदूर की मार्केटिंग क्यों किया? और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगे सरेंडर क्यों ?
2. लगातार भाजपा नेताओं द्वारा सेना पर व पहलगाम हमले में मृत हुए भारतीयजनों की पत्नियों पर अपमानजनक बयानबाजी क्यों की गई ?
3. अमेरिकी दबाव का क्या कारण है ?
4. अभी तक पहलगाम हमले के मुख्य चार आरोपी क्यों नहीं मारे गए ?
5. चुनावी रैलियों के लिए प्रधानमंत्री को समय है पर शहीदों से मिलने क्यों नहीं पहुंचे ?

Ad

शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

पत्रकार वार्ता शुरू में देश की रक्षा के लिए प्राणों की आहूति देने वाले शहीद जवानों के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने कहाकि देश की संप्रभुता और देशवासियों के स्वाभिमान की रक्षा, अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शहादत देने वाले भारत माता के सभी वीर सपूतों को कोटि-कोटि नमन। कहाकि कि यह देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि बहनों के माथे का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकवादी कब मारे जायेंगे? मोदीजी जवाब दीजिए, और सिंदूर के नाम पर वोट मांगना बंद करिए। पहलगाम के आतंकी हमले के तुरंत बाद कांग्रेस ने राष्ट्रीय एकता का आह्वान करते हुए सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हो गई। हमारे सैन्यबलों ने अपना पराक्रम दिखाया। इसके बावजूद, मोदी सरकार बैठ गई और देश को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा से पता चला कि सीजफायर कर दिया गया है। 

व्यापार और सौदे के लिए अमेरिका ने कराया सीज फायर

सीज फायर से आज तक, ट्रंप ने कई सार्वजनिक मंचों पर लगातार यह बयान दिया है कि व्यापार की धमकी देकर अमेरिका ने सीजफायर करवाया। उसके बयान में बार-बार व्यापार और सौदे का जिक्र हुआ। लेकिन आज तक मोदी सरकार ने न ट्रंप के बयान का खंडन किया, न ट्रंप प्रशासन को कड़ा सार्वजनिक संदेश दिया आखिर क्यों ? मोदीजी की इस चुप्पी के बाद हर सच्चे देशभक्त के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या हमारी माताओं-बहनों के सिंदूर की पवित्रता को, भारत की गौरवशाली सेना के शौर्य और पराक्रम को व्यापारियों के व्यापार के लिए अपमानित किया गया? किस मजबूरी और किस दवाब में मोदी ने अमेरिका की धमकी के सामने घुटने टेक दिए? देश की संप्रभुता और स्वाभिमान की रक्षा करने की जगह व्यापारियों के व्यापार की रक्षा मोदी के लिए क्यों ज्यादा जरूरी हो गया? इस सवाल का जवाब देना पड़ेगा कि किस मजबूरी में उन्होंने देश की संप्रभुता और स्वाभिमान से समझौता किया?

गिरावट का कीर्तिमान बना रही भाजपा

उन्होंने कहाकि जब-जब देश को लगता है कि भाजपा के नेता गिरते-गिरते अब तो रुक ही जाएंगे, तभी भाजपा का कोई नेता गिरावट का नया कीर्तिमान रच देता है। पहले मध्य प्रदेश के मंत्री ने कर्नल सोफ़िया कुरैशी को लेकर सेना को अपमानित करने वाला बयान दिया, जिस पर भाजपा ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब भाजपा सांसद नरेंद्र मोदी के प्रिय रामचंद्र जांगड़ा ने पहलगाम हमले में जिन बहनों का सिंदूर उजड़ गया उन पर ओछा बयान देकर यह साबित कर दिया कि भाजपा को न महिलाओं का सम्मान प्यारा है और न ही देश। अपने नेताओं के इन घटिया बयानों पर पीएम मोदी का मौन समर्थन शर्मनाक है। अब सबसे अधिक शर्मनाक हरकत एमपी के भाजपा नेता मनोहर लाल धाकड़ ने की। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे पर लबे रोड नग्न युवती को कार से उतार कर जो अश्लील कारनामा किया, उससे तो यह लोग जनता की नजर से ही उतर गये।

congres

महिलाओं के सौभाग्य के प्रतीक सिंदूर पर भी मार्केटिंग

प्रदेश अध्यक्ष ने कहाकि जो सिंदूर माताओं-बहनों के सौभाग्यवती होने का प्रतीक होता है, उस पर मोदी राजनीति करने से नहीं चुके। स्वयं की धर्मपत्नी जशोदाबेन के सिंदूर की रक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तक कर नहीं पाए और सब सिंदूर की मार्केटिंग करने से बाज नहीं आ रहे है। आपरेशन सिंदूर की बड़ी-बड़ी होर्डिंग की मार्केटिंग हो रही है पेट्रोल पंप से लेकर सरकारी जगहों पर हर जगह मोदी जी खूब बढ़िया सेना के पोशाक में चश्मा लगाकर हेलमेट पकड़कर नजर आ रहे हैं। क्या किसी फोटो पर सेना के जवानों का फोटो है नहीं है क्योंकि मोदी जी को सिर्फ राजनीति करनी है? ट्रेन के टिकटों पर ऑपरेशन सिंदूर की मार्केटिंग की जा रही है। प्रश्न तो यह है की सेना ने पराक्रम दिखाया है और पाक में घुसकर मारा। सवाल तो यह भी कि उन्होंने तो सीजफायर स्वीकार कर लिया तो वह अपनी मार्केटिंग क्यों कर रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी से कहाकि सबसे पहले अपने धर्मपत्नी जशोदाबेन जी को न्याय दीजिए, उनके सिंदूर की रक्षा कीजिए और सिंदूर के नाम पर वोट की राजनीति बंद करिए।

पहलगाम हमले के बाद राहुल गांधी कश्मीर और मोदी चुनावी रैली में जाते हैं

अजय राय ने कहाकि हम लोग तो यही जानते हैं कि रगों में खून का संचार होता है पर मोदी जी के रगों में गर्म सिंदूर बह रहा है। नाम बदलने, नया-नया नामकरण करने, जुमले देने का फार्मूला तो मोदी जी के पास ही है। उन्होंने नरेंद्र मोदी और पार्टी के नेता राहुल गांधी से तुलना की और बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद नेता विपक्ष राहुल गांधी कश्मीर जाते हैं। सर्वदलीय बैठक में जाते हैं और निर्दोष मासूमों के लिए शहीद का दर्जा मांगते हैं और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के चुनावी रैली, बॉलीवुड के आयोजन में जाते है और केरल और आंध्र में हंसी ठिठोली कर रहे होते हैं। यह होना चाहिए इस देश के प्रधानमंत्री का चेहरा। ऑपरेशन सिंदूर के बाद नेता विपक्ष राहुल गांधी संसद के विशेष सत्र की मांग करते हैं। सीज़फ़ायर में ट्रम्प की दख़लंदाज़ी पर सवाल उठाते हैं। हमने पाकिस्तान पर विश्वास क्यों किया-यह सवाल उठाते हैं। वह पाकिस्तान की गोलीबारी में मृतकों के परिवारों से मिलते हैं और शहीदों के परिजनों से मिलने जाते है। वहीं लम्बा-लम्बा फेंकनेवाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टेलीप्रॉम्प्टर से राष्ट्र को संबोधित करते हैं। पाकिस्तान पर भरोसा करके उनके विदेश मंत्री पहले हमले की जानकारी देते हैं। सीज़फायर में ट्रम्प की ट्रेड धमकी पर खामोश हो जाते हैं। नसों में गर्म सिंदूर जैसे डायलॉग देते हैं। गंभीर सवालों पर जवाब नही दे पाते। प्रदेश अध्यक्ष ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और पीएम नरेंद्र मोदी से पूछा कि आपरेशन सिंदूर के पोस्टर पर, बीजेपी के सोशल मीडिया, रेल टिकट, होर्डिंग पर जो नरेंद्र मोदी अपना फोटो छपवा रहे हैं और कमांडो बनकर खड़े हैं यह किस श्रेणी में आता है? राजनीति या कीर्तन? इसलिए हम कहते है कि जो हुए डोनाल्ड ट्रंप के आगे सरेंडर उनका नाम है नरेंदर। पत्रकार वार्ता में जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल ,महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे अदि रहे। 

Ad

Ad