पेयजलापूर्ति की शिकायत करनेवालों से ही उलझ गया ग्राम प्रधानपति, ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
रामनगर थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव की घटना, प्रधान के घर शिकायत करने गये थे ग्रामीण

प्रधानपति और उसके लोगों ने ग्रामीणों से किया दुर्व्यवहार, थाने पर की शिकायत
पुलिस ने उल्टे ग्रामीणों का ही कर दिया चालान तो ग्रामीणों ने सिखाया सबक
वाराणसी, भदैनी मिरर। रामनगर स्थित सुल्तानपुर गांव में पेयजलापूर्ति समस्या से परेशान लोगों ने जब हंगामा कर दिया तो प्रधानपति और उसके सहयोगी से ग्रामीणों का विवाद हो गया। विवाद की शिकायत या प्रधान के दबाव में पुलिस ने गांव के युवकों को हिरासत में ले लिया तो बौखलाए ग्रामीणों ने आठ घंटे तक चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों की एकजुटता को देख पुलिस और प्रधान परिवार जब झुका तो ग्रामीण माने। लेकिन यह घटना वर्तमान बीजेपी शासन में प्रधानी के वर्चस्व और पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।



ग्रामीणों का कहना था कि प्रधान पति द्वारा पेयजलापूर्ति चालू नही कराई जा रही थी। इसकी जानकारी के लिए गांव के विशेष और रोहित पहुंचे तो प्रधान के घर के लोग उग्र हो गए। मूलभूत समस्या पर बात करने गये लोगों के साथ प्रधानपति और उनके लोगों ने मारपीट की। अपमानजनक व्यवहार किया। ग्रामीणों के शब्दों में खुलेआम गुंडई की। इसके बाद इस बात की शिकायत लेकर ग्रामीण थाने पहुंचे। आरोप है कि प्रधानपति मनोज के इशारे पर ग्रामीण विशेष और रोहित मौर्या समेत चार को गिरफ्तार कर पुलिस ने चालान कर दिया। बिना ग्रामीणों की सुने और प्रधानपति के कहने पर पुलिस कार्रवाई का जबर्दस्त विरोध हुआ। ग्रामीणों की गिरफ्तारी के खिलाफ गांववालों ने मोर्चा खोल दिया। इसके बाद सुल्तानपुर गांव के पास दुर्गा मंदिर-पंचवटी मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।

ग्रामीण इस बात पर अड़ गये कि जब ग्रामीणों का चालान किया गया तो ग्राम प्रधान पक्ष के लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। कहाकि प्रधान पक्ष के लोग मौके पर आकर माफी मांगे तब धरना समाप्त करेंगे। सुबह 11 बजे शुरू हुआ चक्काजाम रविवार की देर शाम तक चलता रहा। रामनगर प्रभारी निरीक्षक दुर्गा सिंह ने चक्काजाम कर रहे ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नही बनी। पुलिस कथित भाजपा नेता के करीबी और प्रधानपति की बात माने या ग्रामीणों की, वह इस समस्या में उलझी रही। मोर्चा तो ग्रामीणों ने खोला लेकिन सत्ता के पावर गेम और जनता के पावर के बीच उलझकर अपना खेल खेलने का प्रयास करती रही।



