पति बोला-चरित्र पर था संदेह, बहुत झगड़ा करती थी पत्नी इसलिए बेरहमी से मार डाला
चोलापुर थाना क्षेत्र के कैथोर गांव के बगीचे में खून से लथपथ महिला लक्ष्मी मिश्रा की लाश मिलने का मामला
अपने आटो से लेकर आया, पहले मफलर से गला कस दिया, फिर सीमेंटेड ईंट से सिर और चेहरा कूचा, लाश छुपाकर भाग निकला
अपराधी प्रवृत्ति का है प्रदीप मिश्रा, थाने में हत्या, लूट समेत दर्ज हैं सात मुकदमे
वाराणसी, भदैनी मिरर। चोलापुर थाना क्षेत्र के बगीचे में मिली विवाहित महिला की खून से लथपथ लाश के मामले में पुलिस ने उसके पति प्रदीप मिश्रा उर्फ गुड्डू को सोमवार को महमूदपुर मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। वह सोनबरसा गांव का निवासी है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आटो, मफलर, सीमेंटेड ईंट, मोबाइल बरामद किया है। पूछताछ में पता चला कि प्रदीप को पत्नी के चरित्र पर संदेह था। पत्नी उससे अक्सर झगड़ा करती थी। इसलिए उसने साजिश के तहत अपनी ही आटो से ले गया। रास्ते में हत्या के बाद शव सूनसान जगह पर फेंक दिया था। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देनेवाला प्रदीप खुद अपराधिक प्रवृत्ति का है।




गौरतलब है कि चोलापुर थाना क्षेत्र के कैथोर गांव के बगीचे में रविवार को करीब 40 वर्षीया महिला की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी। शव को बाजरे के सूखे पत्तां से ढक दिया गया था। महिला के गले में मफलर बंधा था जिससे उसकी गला कसकर हत्या की गई थी। हत्यारे ने पहले मफलर से गला कस दिया था और फिर सीमेंटेड ईंट से कूंचकर निर्ममता से हत्या कर दी थी। रविवार की सुबह गांव का मूक बधिर युवक बगीचे की ओर सूखी लकड़ियां लाने गया तो उसने लाश देखी। इसके बाद ग्रामीणों और परिवार के लोगों को वारदात की जानकारी मिली। मौके पर फोरेंसिक टीम, डाग स्क्वायड पहुंचा और गहनता से जांच की थी। बाद में महिला की शिनाख्त लक्ष्मी मिश्रा के रूप में हुई थी।


प्रदीप मिश्रा ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मी मिश्रा से मेरी शादी वर्ष 2017 में हुई थी। मुझे शक था कि मेरी पत्नी का किसी और से सम्बन्ध है। वह उससे बात करती थी और मेरे मना करने पर झगड़़ा करती थी। पिछले कुछ दिनों से पत्नी काफी लड़ाई-झगड़ा करने लगी थी। इससे मैं काफी परेशान हो गया था। बस इसी खुन्नस में उसने पत्नी को मारने का इरादा बना लिया था। हत्यारोपित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि 19 दिसम्बर को पत्नी को लेकर जौनपुर जिले के चंदवक थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव स्थित बहन के ससुराल गया था। बहन के घर पर हमलोगों ने खाना गया, लेकिन रात में फिर मुझसे झगड़ा करने लगी। मुझे गालियां दे रही थी। इस पर उसे क्रोध आ गया, लेकिन उस समय किसी तरह पत्नी को शांत करा दिया। इसी दौरान पत्नी ने कहाकि बाहर चलो और मुझे चाय पिलाओ। रात 11.00 बजे उसने पत्नी को चाय पिलाने और घर चलने की बात कहकर उसे आटो में बैठाया। चाय पिलाने के बाद घर जाने के लिए दानगंज की तरफ आया।


तभी उसने पत्नी की हत्या का प्लान तैयार कर लिया। इसके बाद उसे लेकर हाइवे से कैथोर गांव की तरफ मुड़ गया। रास्ते में एक घर के बाहर से सीमेंटेड ईंट उठा कर आटो में रख लिया था। कैथोर जाने वाले रास्ते पर सुनसान जगह पर आटो रोककर अपने मफलर से पत्नी का गला घोट दिया। पत्नी का शरीर शिथिल पड़ गया तो पत्नी का शव आटो से लेकर कैथोर मोहनदासपुर गांव गया। शव की पहचान ने हो सके इसलिए उसके चेहरे को ईंट से कूंच दिया। ईंट को झाड़ में फेंक दिया। फिर पत्नी के शव को घसीट कर पास में लगे सूखे बाजरे के ढेर में छिपा दिया। इसके बाद वहां से अपनी बहन के घर जौनपुर चला गया था। हत्यारोपित के इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने बताया कि प्रदीप अपराधिक प्रवृत्ति का है। वर्ष 2004 से अबतक उसके खिलाफ चौबेपुर थाने में चोरी, हत्या के प्रयास, धमकी, लूट समेत विभिन्न धाराओं मे सात मुकदमे दर्ज है। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। उसे गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष दीपक कुमार, एसआई पवन कुमार राय, अनिल सिंह, हेड कांस्टेबल कौशल कुमार, कांस्टेबल अमित सिंह, विकास कुमार, आदित्य व जितेन्द्र सरोज रहे।
