Namo Ghat फेज-2 पर धंसा फर्श, फास्ट फूड की दुकान गिरी, बड़ा हादसा टला




वाराणसी। नमो घाट फेज-2 पर बुधवार शाम बड़ा हादसा होने से बच गया। करीब 20 फीट लंबा और चौड़ा फर्श अचानक धंस गया, जिससे वहां मौजूद फास्ट फूड की एक दुकान भी ढह गई। इस घटना के बाद घाट पर हड़कंप मच गया और पर्यटक घबराकर वहां से भागने लगे।
हादसे के वक्त दुकान में मौजूद थे लोग

जिस स्थान पर यह घटना हुई, वहां सुंदरपुर निवासी विशाल कुमार की फास्ट फूड की दुकान थी। हादसे के समय विशाल के साथ उसका छोटा भाई अविरल और दो कर्मचारी मौजूद थे। दुकान के बाहर रखी टेबल-कुर्सियों पर कुछ ग्राहक भी बैठे थे। फर्श धंसते ही सभी लोग लगभग पांच फीट गहरे गड्ढे में गिर गए।

शुरुआत में किसी को समझ नहीं आया कि क्या हुआ, लेकिन कुछ देर बाद स्थिति स्पष्ट हुई। गनीमत रही कि इस घटना में कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। हालांकि, विशाल की दुकान पूरी तरह से नष्ट हो गई।
स्मार्ट सिटी प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
इस घटना ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की गुणवत्ता और प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नमो घाट फेज-2 वाराणसी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग आते हैं।

स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने स्मार्ट सिटी प्रशासन से पूरे घाट की सुरक्षा जांच कराने और निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुधारने की मांग की है।
ढाई घंटे बाद पहुंचे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट मैनेजर
घटना के करीब ढाई घंटे बाद स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुमन राय मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार्यदायी एजेंसी से बात कर समस्या के समाधान का निर्देश दिया।
स्मार्ट सिटी पीआरओ शाकंभरी ने कहा, कार्यदायी एजेंसी को घाट को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।"
स्थानीय लोगों के मुताबिक, घाट के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। लोगों का कहना है कि घाट पर जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे पानी जमीन को खोखला कर देता है और इस तरह की घटनाएं होती हैं।
दुकानदारों और स्थानीय नागरिकों ने कार्यदायी एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

