Varanasi : साइबर ठगों का नया पैंतरा, एसआईआर के नाम पर ओटीपी और निजी जानकारी मांग रहे जालसाज
फर्जी ऐप, लिंक और कॉलर आईडी के जरिए फोन हैक कर रहे ठग
Nov 20, 2025, 10:26 IST
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साइबर सेल ने चेताया—न खोलें APK फाइल, न दें OTP, ठगी पर तुरंत 1930 पर शिकायत करें
वाराणसी, भदैनी मिरर। मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान को जालसाजों ने साइबर ठगी का नया हथकंडा बना लिया है। खुद को बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) बताने वाले ये ठग लोगों को फोन कर यह कहते हैं कि- “आपके फॉर्म में मोबाइल नंबर या कोई दस्तावेज अपडेट नहीं है, प्रक्रिया पूरी कर दीजिए।” इसके बाद वे OTP या व्यक्तिगत जानकारी मांगकर लोगों को झांसे में ले रहे हैं।
साइबर अपराधी फर्जी APK फाइल, संदिग्ध लिंक और नकली कॉलर आईडी के जरिए मोबाइल फोन हैक कर रहे हैं। एक बार फोन हैक होने पर वे पीड़ित की निजी जानकारी, बैंकिंग डिटेल और फोन बैंकिंग सिस्टम तक पहुंचकर खाते में सेंधमारी कर रहे हैं। चिंता की बात यह है कि ये लिंक सरकारी विभागों के नाम, लोगो और चिन्ह की नकल कर इतने असली दिखाई देते हैं कि लोग आसानी से भ्रमित हो जाते हैं।



साइबर सेल ने जारी किया अलर्ट
एसीपी साइबर अपराध विदुष सक्सेना ने बताया कि एसआईआर अभियान के नाम पर ठगी के मामले अन्य शहरों में सामने आए हैं। वाराणसी में अभी तक कोई आधिकारिक केस दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन लोगों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा:
- अनजान नंबर से आने वाला OTP न दें।
- व्हाट्सएप या SMS पर आने वाले कोई लिंक न खोलें।
- एसआईआर के नाम से भेजी गई APK फाइल को बिल्कुल डाउनलोड न करें।
- बीएलओ कभी फोन पर OTP या व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी तरह की साइबर ठगी होने पर तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें। साथ ही (https://cybercrime.gov.in/) पर मामला दर्ज कराएं और नजदीकी थाने को भी सूचित करें।

जनता को जागरूक रहने की अपील
साइबर सेल ने दोहराया कि चुनाव संबंधित प्रक्रियाओं में किसी प्रकार की जानकारी अपडेट करनी हो तो लोग स्वयं आधिकारिक पोर्टल या स्थानीय बूथ लेवल अधिकारी के माध्यम से ही प्रक्रिया पूरी करें। अनजान कॉल, लिंक और ऐप्स से सुरक्षा जोखिम बढ़ जाता है।



