
शिवपुर रामलीला: चित्रकूट में वाल्मीकि-राम मिलन की अद्भुत लीला का मंचन, भाव-विभोर हुए भक्त
नई पीढ़ी को रामायण और सनातन धर्म की शिक्षा से जोड़ने का प्रयास

Sep 18, 2025, 10:40 IST

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वाराणसी। शिवपुर क्षेत्र में श्री रामलीला सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित रामलीला का भव्य मंचन सनातन धर्म की समृद्धि और सांस्कृतिक विरासत को जीवंत कर रहा है। बुधवार को मंच पर चित्रकूट का भावपूर्ण प्रसंग—भगवान राम और महर्षि वाल्मीकि का मिलन—प्रस्तुत किया गया। इस दृश्य ने सभी भक्तों को गहराई से प्रभावित किया और दर्शक जयकारों से गूंज उठे।

भोलानाथ शर्मा ने बताया कि भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण ने चित्रकूट प्रवास के दौरान वाल्मीकि आश्रम में विश्राम किया था। यहीं महर्षि वाल्मीकि ने तपस्या की और संस्कृत में रामायण की रचना की। चित्रकूट भगवान राम के वनवास का महत्वपूर्ण स्थल है, जहां उन्होंने लम्बा समय बिताया।



रामलीला का उद्देश्य केवल धार्मिक मंचन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नई पीढ़ी को सनातन धर्म और रामायण के जीवन मूल्यों से जोड़ने का प्रयास है। समिति के उपाध्यक्ष विकास सिंह, मंत्री संतोष मिश्रा, कोषाध्यक्ष आर.एन. सिंह, पृथ्वीराज शर्मा, सुधांशु पांडेय, पार्षद बलराम प्रसाद कनौजिया, एडवोकेट दीपक मिश्रा और अन्य कार्यकारिणी सदस्य आयोजन को सफल बनाने में जुटे हैं।

रामलीला की ख्याति को प्रदेश और देश तक पहुंचाने में मीडिया की भी अहम भूमिका रही। समिति के वरिष्ठ मीडिया प्रभारी आनंद तिवारी, रवि प्रकाश बाजपेई और वीरेंद्र पटेल अपनी लेखनी और रिपोर्टिंग से रामकाज को जन-जन तक पहुंचा रहे हैं।
इस आयोजन ने एक बार फिर साबित किया कि काशी न केवल ज्ञान और मोक्ष की नगरी है, बल्कि यह सनातन संस्कृति और परंपरा की जीवंत धरोहर भी है।


