वाराणसी: ऋषि मांडवी जोन में 664 व्यवसायिक भवनों को नोटिस, 724 भवनों का सर्वे पूरा
5.5 लाख जमा हुआ संपत्ति कर, 15 दिन में दर्ज कर सकेंगे आपत्ति; अब तक 35 भवन स्वामियों ने कराया पंजीकरण

वाराणसी। नगर निगम वाराणसी के ऋषि मांडवी जोन में भवनों के पंजीकरण की प्रक्रिया तेज हो गई है। नवविस्तारित क्षेत्रों में अनावासीय भवनों के सर्वेक्षण का कार्य पूरा करते हुए अब भवन स्वामियों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जोनल अधिकारी इन्द्र विजय ने बताया कि अब तक कुल 724 भवनों का सर्वेक्षण कार्य पूरा हो चुका है, जिसमें से 664 व्यवसायिक भवनों के स्वामियों को नोटिस जारी कर दिया गया है।



भवन स्वामियों को नोटिस प्राप्त होने के बाद 15 दिन के भीतर आपत्ति दर्ज कराने का अवसर दिया गया है। यदि निर्धारित समय सीमा में कोई आपत्ति दर्ज नहीं होती, तो संबंधित भवन का वार्षिक मूल्यांकन नगर निगम अभिलेखों में स्वतः दर्ज कर दिया जाएगा। इसके बाद गृहकर व अन्य कर की जिम्मेदारी भवन स्वामी की होगी।

इन्द्र विजय ने बताया कि अभी तक 35 भवन स्वामियों ने अपने भवनों का पंजीकरण पूरा करा लिया है**, जिससे नगर निगम को अब तक लगभग **₹5.5 लाख संपत्ति कर** के रूप में प्राप्त हुए हैं।
ऋषि मांडवी जोन के अंतर्गत आने वाले बजरडीहा, तुलसीपुर, मंडुआडीह, कंदवा, करौंदी, सुसुवाहीं, मढ़ौली, लोहता, ककरमत्ता और शिवदासपुर वार्डों में यह सर्वे और पंजीकरण प्रक्रिया चल रही है।

उन्होंने बताया कि इच्छुक भवन स्वामी अपने भवन से संबंधित दस्तावेज लेकर ऋषि मांडवी जोन कार्यालय में जाकर अपने भवन का पंजीकरण करा सकते हैं। नगर निगम का उद्देश्य है कि सभी अनावासीय एवं आवासीय भवनों का सही मूल्यांकन और पंजीकरण कराकर संपत्ति कर संग्रहण को पारदर्शी और व्यवस्थित बनाया जाए।


