श्रद्धालुओं के सैलाब को लेकर एडीआरएम ने वाराणसी कैंट स्टेशन किया निरीक्षण, बोले- विशेष ट्रेनों के आलावा की जाएंगी 2 और ट्रेनें संचालित




वाराणसी। प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के बाद श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह अब वाराणसी की ओर बढ़ रहा है। प्रतिदिन 10 लाख से अधिक श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं, जिससे रेलवे स्टेशन और शहर में प्रशासनिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की कवायद जारी है। इसी क्रम में कैंट रेलवे स्टेशन पर एडीआरएम लालजी चौधरी, निदेशक अर्पित गुप्ता, जीआरपी इंस्पेक्टर हेमंत सिंह और आरपीएफ इंस्पेक्टर ने सुरक्षा एवं सुविधाओं का निरीक्षण किया।


यात्रियों की सुविधाओं का लिया जायजा
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया, प्लेटफॉर्म, फुट ओवर ब्रिज और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का जायजा लिया। उन्होंने यात्रियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास किया। महिला यात्रियों से सुरक्षा, शौचालय और अन्य सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया गया, जिसमें अधिकांश यात्रियों ने व्यवस्थाओं पर संतोष जताया।


माघ पूर्णिमा और संत रविदास जयंती को लेकर बढ़ी भीड़
एडीआरएम लालजी चौधरी ने बताया कि महाकुंभ के चार शाही स्नान पूरे हो चुके हैं और अब 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा और संत रविदास जयंती के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और यात्री सुविधाओं की समीक्षा की गई।

स्टेशन पर होल्डिंग एरिया और स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था
रेलवे प्रशासन ने स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए होल्डिंग एरिया की व्यवस्था की है, जहां यात्रियों को अपनी ट्रेनों के इंतजार के लिए भेजा जा रहा है। साथ ही श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। एडीआरएम ने बताया कि पहले से चलाई गई विशेष ट्रेनों के अलावा अब दो और ट्रेनें चलाई जाएंगी।

सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए स्टेशन और शहर में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है। पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी यात्री को असुविधा न हो और सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलती रहें।

