
राणा सांगा-करणी सेना प्रकरणः सपा लोहिया वाहिनी महानगर अध्यक्ष को जान से मारने की धमकी!
महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा को लेकर सपा नेता पहुंचे जिला मुख्यालय




वाराणसी, भदैनी मिरर। समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष को श्रीराष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष द्वारा जान से मारने की धमकी और गालियां देने की शिकायत लेकर गुरूवार को सपा का प्रतिनिधिमंडल जिला मुख्यालय पहुंचा। इस मामले में जान माल की रक्षा की गुहार लगाते हुए नगर अध्यक्ष संदीप कुमार मिश्रा की ओर से प्रार्थना पत्र पुलिस कमिश्नर को सौंपा गया। प्रतिनिधि मंडल में सपा नेत्री रीबू श्रीवास्तव समेत अन्य पार्टी के नेता शामिल रहे। प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि यदि लोहिया वाहिनी के नगर अध्यक्ष संदीप कुमार मिश्रा को किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि होती है तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी श्री राष्ट्रीय राजपूत सेना के जिलाध्यक्ष आलोक सिंह की होगी। वहीं करणी सेना जिलाध्यक्ष आलोक सिंह ने बताया कि मेरे खिलाफ पुलिस कमिश्नर को शिकायत पत्र दी गई है, मैंने भी अपना पक्ष पुलिस कमिश्नर के सामने रखने के लिए समय मांगा है।

इंद्रपुर के रहने वाले हैं संदीप मिश्रा
शिवपुर थाना क्षेत्र के इंद्रपुर निवासी लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप कुमार मिश्रा ने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि उनके मोबाइल नम्बर पर 16 अप्रैल को दिन में फोन आया। फोन करनेवाले ने अपना नाम आलोक सिंह जिलाध्यक्ष करणी सेना बताया। मैने पूछा कि क्या काम है तो आलोक ने कहाकि तुम्हारा मन बहुत बढ़ गया है। तुम्हें बैनर-पोस्टर लगवाने और भाजपा का विरोध करने का बहुत शौक है। इसके बाद भद्दी-भद्दी गालियां देने लगा। फिर 17 अप्रैल को फिर तीन बार फोन कर गालियां दी और मेरे घर का पता पूछने लगा। ह्वाटसअप नम्बर पर मुझे जान से मारकर बोरा में भरकर फेंकने की धमकी दी। इसके बाद उसने ह्वाटसअप पर लिखी गई इस धमकी को डिलीट कर दिया। संदीप ने उसका प्रिंट हाउट और काल डिटेल भी प्रार्थना पत्र के साथ दिया है।


सपा मुखिया अखिलेश यादव ने खड़ा किया था कानून-व्यवस्था पर सवाल
गौरतलब है कि राणा सांगा, करणी सेना के लपट की चिंगारी पिछले दिनों से बनारस में भी पहुंच चुकी हैं। हाल ही में सिगरा थाना क्षेत्र के इंग्लिशिया लाईन के पास सपा नेता हरीश मिश्रा उर्फ ‘बनारस वाले मिश्राजी‘ के साथ करणी सेना से जुड़े लोगों के साथ मारपीट हुई थी। इस मामले में हरीश मिश्रा पर गंभीर धाराओं में तीन मुकदमे दर्ज हैं। हरीश को फिलहाल जेल भेजा गया है। हालांकि हरीश की तहरीर पर भी विरोधी पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज हैं। इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया पर घटना की निंदा करते हुए योगी सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया था। लेकिन यह मामला शांत होने के वजाय कहीं न कहीं से फिर उभर जा रहा है। इसे लेकर सपा, भाजपा और करणी सेना में सियासत तेज हो चुकी है।


