Rana Sanga controversy: सपा कार्यकर्ताओं ने की जिला मुख्यालय पहुंचकर सांसद की सुरक्षा बढ़ाने की मांग, सौंपा ज्ञापन
करणी सेना के कार्यकर्ताओं के गिरफ्तारी की मांग




वाराणसी,भदैनी मिरर। पूर्वज राणा सांगा (Rana Sanga) को लेकर दिए गए बयान पर एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सांसद रामजी लाल सुमन (Ramji Lal Suman) माफी न मांगने पर अड़े है तो दूसरी ओर करणी सेना (Karni Sena) अपने पूर्वज के अपमान का बदला लेने की चेतावनी दे रही है. पूरे प्रदेश में करणी सेना न्यायालय का सहारा ले रही है तो दूसरी ओर सपा कार्यकर्ता (SP worker) राज्यपाल (Governor) को संबोधित ज्ञापन भेजकर सांसद की सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे है. शनिवार सुबह सपा कार्यकर्ता जिला मुख्यालय वाराणसी (District Headquarter Varanasi) पहुंचे डीएम (DM) के माध्यम से राज्यपाल को पत्र भेजा. एडीएम सिटी ने सपा कार्यकर्ताओं से ज्ञापन लिया.

पुलिस की मौजूदगी में तोड़फोड़
समाजवादी बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी के जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ता हाथ में तख्तियां लेकर पहुंचे. जिस पर "दलितों पर हमला बंद करो, लोकतंत्र का सम्मान करो" जैसे स्लोगन लिखा था. महानगर अध्यक्ष अंबेडकर वाहिनी अमन यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा संसद में मेवाड़ के राजा राणा सांगा पर दिए गए बयान के विरोध में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने 26 मार्च को पुलिस बल की उपस्थिति में आगरा स्थित उनके आवास पर चढ़कर तोड़फोड़ की और मकान को ध्वस्त करने का प्रयास किया गया. वहां पर खड़ी गाड़ियों में तोड़ फोड़ की और परिवार के लोगों को जान से मारने का प्रयास किया गया. ऐसे में हमारी मांग है कि उत्तर प्रदेश में दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हर रोज हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए सशक्त कदम उठाया जाए.

आरोपियों की हो गिरफ्तारी
सपा नेत्री पूजा यादव ने कहा कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं का मनोबल इतना बढ़ गया है की जनता द्वारा चुने गए सांसद को धमकी और उनके घर पर तोड़फोड़ की जाती है. ऐसे में राज्यपाल से मांग की गई है कि राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन की सुरक्षा बढ़ाई जाए. तोड़फोड़ करने वाले दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए.
चेतावनी देते हुए कहा कि दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही ना होने पर समाजवादी बाबा साहब अम्बेडकर वाहिनी पार्टी पूरे उत्तर प्रदेश में दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं की सुरक्षा हेतु व्यापक आंदोलन करेगी।


