
जातिगत जनगणना की ‘अचानक घोषणा‘ का श्रेय लेने की मची होड़
अपनी-अपनी पीठ थपथपाने में जुटे सभी दल




बनारस में सुभासपा और सपा ने भी श्रेय लेने का किया प्रयास
वाराणसी, भदैनी मिरर। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा जातिगत जनगणना कराने की ललकार और अब बाद में भाजपा सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराने की घोषणा के बाद श्रेय लेने की होड़ मच गई है। सच्चाई सबके सामने है, फिर भी सत्ता पक्ष और विभिन्न दलों के लोग अपनी पीठ खुद ही थपथपाने में लगे हैं।

दो साल से राहुल गांधी उठा रहे थे मुद्दा
गौरतलब है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधा पिछले दो साल से जातिगत जनगणना का मुद्दा खुले मंचों से उठाते रहे। पिछली बार लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जाति जनगणना पर खुलकर बोला था। कहा था कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए। सरकार इसे कराये, नहीं तो हमारी सरकार आएगी तो हम इसे कराकर लागू कराएंगे। इसके बाद से यह मुद्दा तूल पकड़ने लगा था। तब तक पिछले दिनों सरकार ने जातिगत जनगणना कराने की घोषणा कर दी।


राहुल ने कहा था-छोटी जातियों के साथ अन्याय हो रहा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि छोटी जातियों के साथ भारत में अन्याय हो रहा है। भारत की शिक्षा प्रणाली निचली जातियों के साथ अन्याय करती है। भारत की असमानता की सच्चाई सामने लाने के लिए जाति जनगणना जरूरी है। उनकी पार्टी बीआर अंबेडकर के सपने को पूरा करने के लिए लड़ेगी। राहुल के बयान ने विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की बिहार सहयोगी राजद को परेशान कर दिया है। क्योंकि राजद पिछली नीतीश नीत महागठबंधन सरकार द्वारा सर्वेक्षण कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका बता रहा है।

राहुल गांधी ने ‘अचानक घोषणा‘ का किया था स्वागत
उधर, सरकार के जातिगत जनगणना कराने की घोषणा को राहुल गांधी ने “अचानक घोषणा” बताते हुए स्वागत किया था। इसके पूरा होने के लिए समयसीमा की मांग की और केंद्र से आरक्षण पर 50प्रतिशत की सीमा को हटाने और संविधान के अनुच्छेद 15(5) के तहत निजी शिक्षण संस्थानों में कोटा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार पर दबाव बनाने के कांग्रेस पार्टी के प्रयास सफल रहे, लेकिन उन्होंने तुरंत यह भी कहा कि जाति जनगणना महिला आरक्षण विधेयक, 2023 की तरह नहीं होनी चाहिए। अर्थात इसके लिए कोई निश्चित समयसीमा नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस पार्टी ने वाराणसी में निकाली थी आभार यात्रा
अब इधर, पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दो दिन पहले यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में राहुल गांधी को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए आभार यात्रा निकाली थी। कहाकि राहुल गांधी के संकल्प और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण मोदी सरकार को जाति जनगणना की घोषणा करनी पड़ी। इसका श्रेय राहुल गांधी को जाता है।
सपा ने लगाया पोस्टर, श्रेय अखिलेश यादव को दिया
इसके बाद सोमवार को वाराणसी में जातीय जनगणना के समर्थन में समाजवादी पार्टी की तरफ से एक पोस्टर लगाया गया। इस पोस्टर में जातीय जनगणना वाले फैसले को लेकर अखिलेश यादव का आभार जताया गया है। साथ ही 2027 चुनाव को लेकर भी इशारा किया गया है। इसमें अखिलेश यादव बांसुरी के साथ देखे जा रहे हैं। पोस्टर को लगाने वाले का नाम आलोक सौरभ और आकाश मौर्य बताया जा रहा है।
सुभासपा ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया
इससे अलग यूपी में सुभासपा ने भी एसडीएम राजातालाब को ज्ञापन सौंपा। पार्टी के प्रदेश महासचिव के नेतृत्व में राजातालाब तहसील पर पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने उप जिलाधिकारी राजातालाब को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम धन्यवाद ज्ञापन सौंपा। संतोष राजभर ने कहाकि भारत की शोषित, उपेक्षित, वंचित जनमानस को समुचित भागीदारी दिलाने के लिए जातीय जनगणना कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने साहसिक निर्णय लिया है। विपक्षी सरकारों ने जातीय जनगणना नहीं होने दिया। इसमें उमेश राजभर, संतोष राजभर, वीरेंद्र प्रताप राजभर, अनिल राजभर, सिद्धार्थ राजभर, वीरू राजभर आदि रहे।

