
वाराणसी में बाढ़ की स्थिति पर PM ने ली जानकारी, मण्डलयुक्त और डीएम से पूछा-क्या है तैयारी ?
15 गांव और 10 मोहल्ले प्रभावित, 436 परिवार सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए, शवदाह में हो रही दिक्कत




वाराणसी,भदैनी मिरर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी दौरे के दौरान मंडल आयुक्त एस. राजलिंगम और जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार से जिले में बाढ़ की मौजूदा स्थिति का विस्तृत ब्योरा लिया। उन्होंने बाढ़ से निपटने की तैयारियों, प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता और चल रहे राहत कार्यों की प्रगति पर चर्चा की।


गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी चेतावनी बिंदु को पार कर चुकी है और फिलहाल 70.87 मीटर पर बह रही है। यह जलस्तर अब 71.26 मीटर के खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, गंगा के जलस्तर में हर घंटे करीब 4 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हो रही है।
जलस्तर बढ़ने के कारण अस्सी घाट के पास की सड़कों तक पानी पहुंच गया है, जिससे दुकानदार अपनी दुकानें खाली कर रहे हैं। मणिकर्णिका घाट की गलियों में नाव चलने लगी हैं और यहां शवदाह के लिए छह से आठ घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। हरिश्चंद्र घाट पर भी गलियों में जगह कम पड़ने लगी है और मंदिर पानी में डूब चुके हैं। दशाश्वमेध घाट पर पानी गलियों तक पहुंच चुका है।


15 गांव और 10 मोहल्ले प्रभावित
बाढ़ से अब तक 15 गांव और शहर के 10 मोहल्ले प्रभावित हो चुके हैं। इनमें नगवां, दलित बस्ती, सोनकर बस्ती, रामेश्वर मठ, डुमरांव बाग कॉलोनी, रोहित नगर, रमना और टिकरी के कृषि क्षेत्र शामिल हैं। बेटावर गांव के निचले हिस्सों में पानी घुस चुका है। अब तक 436 परिवार बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से हटाकर राहत कैंपों में भेजे जा चुके हैं। सभी राहत कैंप पूरी तरह सक्रिय कर दिए गए हैं और प्रभावित इलाकों से पानी निकालने के लिए पंप लगाए गए हैं।


