बनारस वाले मिश्रा जी के समर्थन में उतरी एनएसयूआई, बोले स्वामी रामभद्राचार्य का वक्तव्य ब्राह्मणों में भेदभाव बढ़ाने वाला




वाराणसी, भदैनी मिरर। बनारस वाले मिश्रा जी यानी हरीश मिश्रा को जेल भेजे जाने से क्षुब्ध एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने रविवार को सिगरा स्थित भारत माता मंदिर के प्रांगण में सर्वदलीय बैठक बुलाई. बैठक के बाद समाजसेवी हरीश मिश्रा जी की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेजने का विरोध किया गया.


बैठक के दौरान एनएसयूआई पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय ने कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य का वक्तव्य ब्राह्मणों की आपसी सौहार्द बिगड़ने एवं आपसी भेद भाव को बढ़ावा देने वाला है. यदि इस वक्तव्य का विरोध हरीश मिश्रा ने किया है तो उसमें गलत क्या है.


वहीं काशी विद्यापीठ के पूर्व छात्रसंघ के उपाध्यक्ष एव वर्तमान में वाराणसी कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष विश्वनाथ कुंवर ने रामभद्राचार्य के बयान की त्रिगुणाई ब्राह्मण नीच ब्राह्मण होता है उनके यहां पानी भी नहीं पीना चाहिए. ये बयान समाज एव सनातन धर्म को बांटने वाला बयान है जबकि उन्हें जगतगुरु की उपाधि समाज को जोड़ने एवं सनातन की रक्षा के लिए दिया गया है और इस बयान से आहत होकर कोई विरोध करे तो उसे जेल भेजना भाजपा शासित सरकार की संकुचित मानसिकता को प्रदर्शित करता है.


बैठक एवं प्रदर्शन में मुख्य रूप से लल्लापुरा के पार्षद प्रिंस राय, जिला उपाध्यक्ष विश्वनाथ कुंवर, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय,समाजवादी पार्टी छात्रसभा के राष्ट्रीय सचिव रौशन कुमार ,युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव कुंवर यादव, काशी विद्यापीठ छात्र नेता कवि चौहान, गौतम शर्मा ,जतिन पटेल, रंजीत सेठ, रिशु सिंह, मृत्युंजय राय अंशु सहित कई दर्जन कांग्रेस एवं सपा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष संदीप पाल द्वारा किया किया.


