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महाकुंभ में उत्तर रेलवे ने चलाई 1019 स्पेशल ट्रेनें, वाराणसी कैंट स्टेशन सेआया 1.02 करोड रुपए का रेवेन्यू

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महाकुंभ में उत्तर रेलवे ने चलाई 1019 स्पेशल ट्रेनें, वाराणसी कैंट स्टेशन सेआया 1.02 करोड रुपए का रेवेन्यू
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वाराणसी,भदैनी मिरर। महाशिवरात्रि के साथ ही महाकुंभ-2025 का समापन भी हो रहा है. बुधवार को उत्तर रेलवे लखनऊ के डीआरएम एसएम शर्मा ने वाराणसी कैंट स्टेशन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि टीम वर्क की वजह से रेलवे ने सफलतापूर्वक महाकुंभ का समापन करवाया है. कहा कि इस महाकुंभ में कई चीजें सिखने को मिली और कई नए प्रयोग हुए. जिससे फाफा मऊ स्टेशन की भूमिका शामिल है. बताया कि इस रेल स्टेशन से करीब 1 लाख लोग प्रतिदिन आते थे. उन्होंने बताया कि हम अभी से अगले कुंभ की तैयारी कर रहे है. इस महाकुंभ को लेकर हमने 30-40 करोड़ लोगों की तैयारी थी, लेकिन अब हम 100 करोड़ लोगों की तैयारी करेंगे.

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चलाई गई 1019 स्पेशल ट्रेन

डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि इस बार महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं ने प्रयागराज-आयोध्य और काशी का त्रिकोण बना लिए थे। जो प्रयागराज आ रहे थे वह आयोध्या और बनारस भी आना चाहते थे. बताया कि ऐसे मे रेलवे की जिम्मेदारी बड़ी हो जाती है, उत्तर रेलवे ने इस बार बड़ी भूमिका निभाई है. महाकुंभ के दौरान करीब 1019 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं, जबकि बनारस की बात की जाए तो 186 ट्रेन चली है, जो अन्य मंडलों को जोड़ते हुए चली है.

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यात्रियों तक पहुंची टिकट

डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि इस बार रेलवे के कामर्शियल विभाग द्वारा एक प्रयास शुरु किया गया जो मोबाइल से टिकट की बुकिंग किये. इससे जनता की भीड़ के बावजूद बहुत ज्यादा दिक्कत यात्रियों को नहीं हुई, दूसरी भाषा में कहे तो यात्री टिकट तक नहीं बल्कि टिकट यात्रियों तक पहुंची. बताया कि इस महाकुंभ के दौरान वाराणसी कैंट स्टेशन को 1.02 करोड रुपए का फायदा हुआ है. कहा कि इस बार रेवेन्यू का मकसद नहीं था यह सेवा थी जनता की. हमारा उद्देश्य था यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुँचाना. जिसमें हम सफल हुए है.

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महाकुंभ में उत्तर रेलवे ने चलाई 1019 स्पेशल ट्रेनें, वाराणसी कैंट स्टेशन सेआया 1.02 करोड रुपए का रेवेन्यू
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