
BHU अस्पताल में PICU की लापरवाही उजागर, बिजली हुई गुल, वेंटिलेटर पर रहे 10 से ज्यादा नवजात




वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के बाल रोग विभाग के पीडियाट्रिक आईसीयू (PICU) में मंगलवार की रात एक गंभीर चूक सामने आई। अस्पताल की इस आपातकालीन इकाई में अचानक बिजली चली गई और हैरान करने वाली बात यह रही कि वहां कोई तत्काल पावर बैकअप की व्यवस्था नहीं थी। करीब दस मिनट तक आईसीयू अंधेरे में डूबा रहा, जिससे परिजनों में अफरा-तफरी मच गई।


वेंटिलेटर पर जिंदगी से जूझ रहे थे मासूम
इस यूनिट में उस समय 10 से अधिक नवजात शिशु वेंटिलेटर और अन्य जीवनरक्षक उपकरणों पर निर्भर थे। बिजली कटते ही मॉनिटर कुछ समय तक बैकअप से चले, लेकिन बाकी आवश्यक मशीनें अचानक बंद हो गईं। इससे चिकित्सा प्रक्रिया पूरी तरह रुक गई और बच्चों के जीवन पर खतरा मंडराने लगा। अपने बच्चों को लेकर चिंतित माता-पिता ने मोबाइल की फ्लैशलाइट से उन्हें देखने की कोशिश की। पूरे वार्ड में बेचैनी का माहौल छा गया।


अस्पताल प्रशासन की अनदेखी पर उठे सवाल
हालात को देख परिजनों ने प्रबंधन की लापरवाही पर कड़े सवाल उठाए और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने स्थिति को संभालने की भरपूर कोशिश की, मगर बिजली न होने की वजह से उनका काम भी प्रभावित हुआ। यह घटना पीआईसीयू जैसी संवेदनशील जगह पर आपदा प्रबंधन की खामियों को उजागर करती है। परिजनों द्वारा बनाई गई एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रही है, जिसमें पीआईसीयू में फैला अंधेरा साफ नजर आ रहा है।

प्रबंधन का दावा- “बैकअप मौजूद था”
बाल रोग विभाग के प्रमुख डॉ. अंकुर सिंह ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विभाग में पावर कट होने पर सामान्यतः बैकअप की पूरी व्यवस्था रहती है। उन्होंने कहा कि बिजली जाने पर तत्काल जनरेटर से सप्लाई सुनिश्चित करने का निर्देश भी जारी किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि आईसीयू में भर्ती बच्चों की नियमित निगरानी की जाती है और फिलहाल सभी बच्चे सुरक्षित हैं।
हालांकि, परिजन इस आश्वासन से संतुष्ट नहीं नजर आ रहे। उनका कहना है कि अगर वेंटिलेटर रुक गए थे तो यह एक बहुत बड़ा खतरा था। वे चाहते हैं कि इस चूक की पूरी जांच हो और संबंधित जिम्मेदारों पर उचित कार्रवाई की जाए।

