
एपेक्स हॅास्पिटल में किया गया मॉक-ड्रिल, छात्रों और कर्मियों को बताया गया एयर स्ट्राइक होने पर कैसे करें बचाव




वाराणसी। आपदा की किसी भी संभावित स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरतते हुए एपेक्स हॉस्पिटल एवं उससे जुड़े नर्सिंग, फिजियोथेरेपी और पैरामेडिकल शिक्षण संस्थानों में बुधवार को हवाई हमले की स्थिति में नागरिक सुरक्षा के मद्देनज़र मॉक-ड्रिल एवं अभ्यास का आयोजन किया गया।

इस मॉक-ड्रिल के तहत ऑडियो क्लिप के माध्यम से चेतावनी सायरन बजाकर छात्रों, फैकल्टी और स्टाफ को संभावित हवाई हमले के दौरान उठाए जाने वाले सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई। प्रतिभागियों को वीडियो और एक्शन डेमो के जरिये दिखाया गया कि ऐसी स्थिति में कैसे मजबूत संरचनाओं की आड़ में शरण ली जाए या अगर खुले में हों तो सर को ढककर पेट के बल लेटना चाहिए।


ड्रिल में यह भी बताया गया कि आपातकाल की स्थिति में रिहायशी और व्यावसायिक भवनों को तुरंत खाली कर सुरक्षित स्थानों पर एकत्र होना चाहिए। इस दौरान जीवन रक्षक वस्तुएं जैसे कैश, जरूरी कागजात, टॉर्च, पानी की बोतल, ड्राई फूड, एनर्जी बार, मोबाइल-चार्जर और जरूरी दवाएं एक पिट्ठू बैग में हमेशा तैयार रखने की सलाह दी गई।

इसके साथ ही ब्लैकआउट की स्थिति में सभी प्रकार की रोशनियों को तुरंत बंद करने और खिड़की-दरवाजों को सुरक्षित करने का प्रशिक्षण भी दिया गया।
अभ्यास के दौरान एपेक्स ग्रुप के चेयरमैन प्रो. डॉ. एस.के. सिंह ने कहा, "हमें घबराने की जरूरत नहीं है। भारत सरकार द्वारा सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। यह मॉक-ड्रिल केवल एक एहतियात है, जिससे आम जनता आपात स्थिति में सतर्क और सुरक्षित रह सके। हमें निर्देशों का पालन करते हुए जागरूक नागरिक की भूमिका निभानी चाहिए।"

