
घूसकांड में मंडुवाडीह थानाध्यक्ष भरत उपाध्याय लाइन हाजिर, 9 इंस्पेक्टर के कार्यक्षेत्र भी बदले
आरोपी दरोगा और दीवान को घूस लेते पकड़े जाने के बाद मंडुवाडीह थाने की भूमिका संदिग्ध




वाराणसी, भदैनी मिरर। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई के बाद मंडुवाडीह थानाध्यक्ष भरत उपाध्याय को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने लाइन हाजिर कर दिया है। थानाध्यक्ष पर लगे ₹35 हजार घूस लेने और धमकी देने के गंभीर आरोपों की जांच एंटी करप्शन विभाग करेगा। बौलिया (लहरतारा) निवासी आकाश गुप्ता की शिकायत पर खुलासा हुआ कि जब उसके खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ तो उसे थाने बुलाया गया। अगले दिन उसके भाई विकास को भी थाने लाया गया।


आरोप है कि थानाध्यक्ष भरत उपाध्याय ने ₹35 हजार लेकर चालान कर दिया और रुपये न देने पर असलहा लगाकर जेल भेजने की धमकी दी। अब इस पूरे प्रकरण की जांच एंटी करप्शन विभाग करेगा और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि शुक्रवार को मंडुवाडीह थाने में तैनात दरोगा अभयनाथ तिवारी और दीवान शक्ति सिंह यादव को एंटी करप्शन टीम ने ₹15 हजार घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। इस मामले में कैंट थाने में केस दर्ज किया गया है, जिससे पूरे मंडुवाडीह थाने की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।


पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार की रात 9 इंस्पेक्टरों के कार्यक्षेत्र में बदलाव कर दिया।
इंस्पेक्टर अजय राज वर्मा – नए मंडुवाडीह थानाध्यक्ष
इंस्पेक्टर राजकिशोर पांडेय – जल पुलिस प्रभारी इंस्पेक्टर
जगदीश कुशवाहा – साइबर क्राइम थाना प्रभारी
इंस्पेक्टर योगेंद्र प्रसाद – डायल 112 प्रभारी

इंस्पेक्टर दीनानाथ यादव – पुलिस आयुक्त कोर्ट के वाचक
इंस्पेक्टर संतोष कुमार पासवान – मिशन शक्ति व महिला शाखा प्रभारी इंस्पेक्टर
सधुवन राम गौतम – जनशिकायत प्रकोष्ठ प्रभारी
इंस्पेक्टर विद्याशंकर शुक्ला – मंडुवाडीह थाने के अतिरिक्त निरीक्षक
इंस्पेक्टर विवेक कुमार – सिगरा थाने के अतिरिक्त निरीक्षक
इंस्पेक्टर सुहैल अहमद – प्रशिक्षण कोर्स के लिए कार्यमुक्त

