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Mahashivrartri 2025 : महाशिवरात्रि पर ही निकलेगी शिवबारात, विरोध के बाद समिति ने बदला निर्णय

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Mahashivrartri 2025 : महाशिवरात्रि पर ही निकलेगी शिवबारात, विरोध के बाद समिति ने बदला निर्णय
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वाराणसी। विरोध और जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए वाराणसी की प्रसिद्ध शिवबारात अब परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन ही निकाली जाएगी। शिव बारात समिति, वाराणसी की आपात बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि शिवबारात की तिथि में कोई बदलाव नहीं होगा और यह पूर्व निर्धारित मार्ग से ही निकलेगी। समिति ने यह निर्णय वाराणसी के मंत्री रवींद्र जायसवाल, आर. के. चौधरी, दीपक बजाज, दिलीप सिंह, महेश माहेश्वरी और अध्यक्ष गौरव अग्रवाल की मौजूदगी में लिया।

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शिवरात्रि के दिन ही निकलेगी बारात

समिति ने स्पष्ट किया कि 26 फरवरी 2025, बुधवार की रात 8 बजे शिवबारात अपने परंपरागत मार्ग से निकलेगी। शिवभक्तों से इस आयोजन में सहयोग की अपील भी की गई है।

गौरतलब है कि भदैनी मिरर ने सबसे पहले इस बदलाव का विरोध किया था। सोशल मीडिया और समाचारों के जरिए शिवभक्तों की भावनाओं को प्रमुखता से उठाया गया। इसके बाद जनदबाव बढ़ा और समिति को पारंपरिक तिथि पर ही आयोजन करने का निर्णय लेना पड़ा।

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अजय राय ने भी जताया था विरोध

बता दें कि महाकुंभ-2025 के उलट प्रवाह के चलते काशी में उमड़ी भीड़ की वजह से दारानगर से उठने वाली शिव बारात समिति द्वारा महादेव के शादी के अगले दिन बारात निकालने का निर्णय लिया था, जिसके बाद आम जनता में काफी नाराजगी थी, इसे लेकर कांग्रेस नेता अजय राय ने भी आपत्ति जताई थी और सरकार पर हमला बोला था।

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कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय ने इसे महादेव का अपमान बताया था। राय ने वीडियो जारी कर कहा है कि काशी की एक परंपरा से फिर खिलवाड़ किया जा रहा है। माता पार्वती और शिव के विवाह के दिन महाशिवरात्रि पर जो 43 वर्षों से बारात निकलने की परंपरा थी उसे विवाह के अगले दिन निकलवाया जा रहा है। यह बारात महामृत्युंजय मंदिर से निकलकर चितरंजन पार्क तक जाती थी, जिसमें काशी के सभी शिवभक्त सम्मिलित होते है, उसे अगले दिन निकलवाया जा रहा है. बनारस के सांसद और देश के प्रधानमंत्री हैं मोदी जी है, जो देश के सबसे बड़े सनातनी और धर्म के रक्षक बनते हैं उनके रहते हुए इस परंपरा को तोड़ा जा रहा है. अजय राय ने कहा कि यह सनातन परंपरा का घोर अपमान है. महादेव का अपमान है।

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