
काशी में त्रिदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव का भव्य शुभारंभ, नारी सम्मान को लेकर करौली शंकर महादेव ने छेड़ा महाआंदोलन


वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी की पवित्र धरती पर रविवार को त्रिदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। यह आयोजन दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में मिश्री मठ, हरिद्वार के तृतीय मठाधिपति पूर्ण गुरु श्री करौली शंकर महादेव के सानिध्य में शुरू हुआ। पहले दिन दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ और बीएचयू के संगीत विभाग के कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुति दी। हजारों की संख्या में भक्त मौजूद रहे।



देश-विदेश से पहुंचे साधक
यह महोत्सव 7 से 9 सितंबर तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश से 50 हजार से अधिक साधक भाग ले रहे हैं। करीब 10 हजार नए भक्त मंत्र दीक्षा भी लेंगे। इसके साथ ही गुरुजी ने प्रकृति संरक्षण के संकल्प के तहत एक वर्ष में काशी मंडल में एक लाख पौधे लगाने की घोषणा की।

चंद्रग्रहण और साधना पर गुरुजी का संदेश
पूर्ण गुरु ने कहा कि चंद्रग्रहण साधना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सूतक काल में भोजन न करने और भजन-ध्यान को प्राथमिकता देने की परंपरा हमें नकारात्मकता से मुक्त करती है।
नारी सम्मान पर सख्त रुख
कार्यक्रम में गुरुजी ने नारी सम्मान का मुद्दा उठाते हुए कथा वाचक अनिरुद्ध आचार्य पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कथा वाचकों का बहिष्कार होना चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि दरबार अब नारी सम्मान के लिए महाआंदोलन की शुरुआत कर रहा है।

गुरुजी ने स्पष्ट कहा कि जब तक अनिरुद्ध आचार्य सार्वजनिक रूप से महिलाओं और बच्चियों से माफी नहीं मांगते, यह आंदोलन सड़कों से लेकर न्यायालय तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा, “महिलाओं के सम्मान के लिए मैं अपनी गर्दन कटाने तक को तैयार हूं।”
आंदोलन की रूपरेखा
इस मौके पर शंकर सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध चोपड़ा, काशी मंडल अध्यक्ष विवेक खन्ना समेत बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे। शंकर सेना महिला विंग की अध्यक्ष प्रियंका द्विवेदी सोमवार को हजारों महिलाओं के साथ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगी। इसमें अनिरुद्ध आचार्य की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग होगी।
गुरुजी ने चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो यह ज्ञापन मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक भेजा जाएगा।

