Movie prime

स्वस्थ्य समाज के निर्माण में पत्रकार की अहम भूमिका, लेकिन अपने लिए कुछ नहीं कर पाता-प्रो. नागेंद्र 

कहा- पत्रकारों के लिए भी संविधान की जरूरत

Ad

 
sangosthi
WhatsApp Group Join Now
Ad

Ad

उपज वाराणसी इकाई ने किया अंतरराष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन 

समाज को पत्रकारों के प्रति अपनी सोच बदलने की आवश्यकता 

Bhadaini Mirror

वाराणसी, भदैनी मिरर। पत्रकार समाज के हर पहलू पर कार्य करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन हर परिस्थितियों में करता है और निडर होकर सच्चाइयों को सामने लाकर स्वस्थ्य समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन वह अपने लिए कुछ नहीं कर पाता है, यह दुखद है। ऐसे में समाज को पत्रकारों के प्रति अपनी सोच बदलने की आवश्यकता है। यह बातें शनिवार को उत्तर प्रदेश एसोसिएशन आफ जर्नलिस्ट्स उपज वाराणसी इकाई की ओर से अंतरराष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में प्रोफेसर नागेंद्र सिंह ने व्यक्त किये। प्रो. नागेंद महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के महामना मदन मोहन मालवीय हिंदी पत्रकारिता संस्थान, के निदेशक है। 

Ad

life line hospital

sngosthi

उन्होंने सिंह ने कहाकि पत्रकारों के लिए भी एक संविधान बनाने की जरूरत है, जैसे समाज के निर्माण में तीन प्रमुख स्तंभों के अपने-अपने संविधान हैं उसी तरीके से समाज के इस चौथे स्तंभ जो एक महत्वपूर्ण भूमिका समाज के निर्माण में अदा करता है, उसके लिए भी एक संविधान होना जरूरी है। 

Ad
Ad

संविधान बनने के बाद ही पत्रकारिता के मूल को प्राप्त कर पाएंगे

प्रो. नागेंद्र सिंह ने कहा संविधान बनने के बाद ही पत्रकारिता के मूल को हम प्राप्त कर पाएंगे। इस मौके पर सहायक निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग वाराणसी सुरेंद्र नाथ पाल ने कहा कि पत्रकारों में इतनी ताकत है कि वह किसी भी सरकार को बदल सकता हैं। उन्होंने भी कहाकि पत्रकारों के लिए संविधान होना जरूरी है। सहायक निदेशक ने कहा कि पत्रकारिता आज के परिवेश में  एक सच्चे और कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार के चलते जीवित है। समय है पत्रकारिता की मजबूती का, पत्रकारिता में सुरक्षा, स्पष्टता, पारदर्शिता के साथ नैतिकता भी बहुत जरूरी है। पत्रकारों के सामने सबसे बड़ी समस्या ईमानदारी से जीवन यापन करना है। 

Ad

पत्रकारिता में सतर्कता और सजकता बहुत जरूरी

सुरेंद्र नाथ ने कहाकि अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है इसी कारण एक पत्रकार कभी-कभी अपनी लेखनी के साथ समझौता करने को मजबूर हो जाता है। सहायक निदेशक ने कहकि पत्रकारिता में सतर्कता और सजकता बहुत जरूरी है। वह इसलिए कि देश हित की जहां बात हो वहां किसी प्रकार का समझौता नहीं हो सकता। कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्था के महामंत्री प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने अतिथियों को माल्यार्पण एवं अंगवस्त्रम पहना कर किया। स्वागत भाषण में जिलाध्यक्ष विनोद बागी ने वर्तमान समय में पत्रकारों के सामने आ रही परेशानियां से उपस्थित पत्रकार बंधुओं को अवगत कराया। संचालन डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने और धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष अनिल जायसवाल ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पत्रकार आलोक श्रीवास्तव, कार्यक्रम संयोजक मोनेश श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार उपाध्याय, संतोष कुमार, प्रज्ञा मिश्रा, संदीप सेठ, अरविंद श्रीवास्तव समेत दर्जनों की संख्या में पत्रकार  उपस्थित रहे। 

Navneeta

Ad

Ad