एक्सीलरेट एक्शन के थीम पर मनेगा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, बोलीं एडीसीपी महिला अपराध- प्रत्येक बेटी हो शिक्षित




वाराणसी,भदैनी मिरर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस-2025 (IWD) प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी 8 मार्च को मनाया जायेगा. इस बार की थीम है 'एक्सीलरेट एक्शन' (Accelerate Action) यानी कि "कार्रवाई में तेज़ी लाना". अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर भदैनी मिरर ने कमिश्नरेट वाराणसी की एडिशनल डीसीपी (महिला अपराध) ममता रानी से बात की. उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन महिलाओं के सामाजिक,राजनीतिक, सांस्कृतिक उत्थान के लिए शैक्षिक अधिकार और आर्थिक सुरक्षा हेतु उनकी गरिमा और सम्मान के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है. उसमें और तेजी लाने की आवश्यकता है. हम सब एकजुट होकर एक मंच पर खड़े होकर तेजी से कार्य करने के लिए कटिबद्ध है.

एडिशनल डीसीपी ममता रानी ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए वर्तमान समय स्वर्णिम युग के सामान है. लम्बे संघर्ष के बाद आज महिला संबंधित तमाम सामाजिक कुरीतियों और समस्याओं के लिए कानून बन चूका है. महिलाओं की सुरक्षा-गरिमा,आर्थिक संवर्धन और सामाजिक उत्थान के लिए हर जगह स्थान मिल चुका है. जरूरी है कि महिलाएं अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक बने. इसके लिए कमिश्नरेट वाराणसी पुलिस की तरफ से मिशन शक्ति अभियान के तहत उन्हें जागरूक किया जा रहा है.

चलाया जा रहा जागरुकता अभियान
एडिशनल डीसीपी ममता रानी ने बताया कि मिशन शक्ति की ओर से स्कूल-कॉलेज के अलावा सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. पम्पलेट के माध्यम से उन्हें उनके अधिकार और कानून की जानकारी दी जा रही है. कहा कि लगभग सभी स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया गया है. उन्हें इस बात को बताया जा रहा है कि महिलाएं किसी से कम नहीं है, आप डरें या संकोच न करिये. महिलाओं के शांत होने से ही अपराधियों को बल मिलता है.

एक्सीलरेट एक्शन के थीम पर मनेगा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : एडीसीपी महिला अपराध
— Bhadaini Mirror (@Bhadaini_Mirror) March 7, 2025
प्रत्येक बेटी-महिला हो शिक्षित: ममता रानी@AdcpwomencVNS @varanasipolice @DcpVns @VnsDcp #InternationalWomensDay pic.twitter.com/DH3tEkh4AV
बेटा और बेटी में भेद न समझें
ममता रानी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर महिलाओं को उनके हक और अधिकार की जानकारी दी जाए. इन सबसे ज्यादा जरुरी है किमाँ-बाप जागरूक हो. वह बेटा और बेटी में भेद न समझे. बच्चों को बराबर पालन-पोषण और पर्याप्त शिक्षा दिया जाना चाहिए. सभी क्षेत्र में महिलाओं के लिए अवसर है. उनकी प्रतिभा के अनुसार उन्हें आगे बढ़ने का मौक़ा मिलना चाहिए.
ममता रानी ने कहा कि जागरूकता का हमारा मकशद है कि प्रत्येक बेटी-महिला शिक्षित हो. वह जब शिक्षित होगी तो आर्थिक सम्पन्नता आएगी और वह सर्वांगीण विकास की राह पर चल पायेगी.

