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IMS-BHU: 'मिशन ब्रेन बनारस' की शुरुआत, CHO और आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगी ट्रेनिंग, सुपर स्पेशलिटी और कम्युनिटी मिलकर करेंगे इलाज

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IMS-BHU: 'मिशन ब्रेन बनारस' की शुरुआत, CHO और आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगी ट्रेनिंग, सुपर स्पेशलिटी और कम्युनिटी मिलकर करेंगे इलाज
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वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के आईएमएस न्यूरोलॉजी विभाग के सभागार में शुक्रवार को जिला प्रशासन और बीएचयू ने एक साथ कदम बढ़ाया। इस अवसर पर कम्युनिटी में जागरूकता फैलाने और समय पर इलाज सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 'मिशन ब्रेन बनारस' की शुरुआत की गई। इस पर चर्चा करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सीडीओ और बीएचयू आईएमएस निदेशक प्रोफेसर एस.एन. शंखवार ने विचार-विमर्श किया।

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IMS-BHU: 'मिशन ब्रेन बनारस' की शुरुआत, CHO और आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगी ट्रेनिंग, सुपर स्पेशलिटी और कम्युनिटी मिलकर करेंगे इलाज

इस बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग जिले के कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स (सीएचओ) और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेगा। इस प्रशिक्षण में ब्रेन से संबंधित बीमारियों जैसे लकवा और मिर्गी के लक्षण, प्राथमिक उपचार और यदि आवश्यक हो तो मरीजों को उच्च चिकित्सा केंद्रों तक समय रहते पहुंचाने के लिए मार्गदर्शन दिया जाएगा। यूपी में यह पहला प्रयास होगा, जिसमें जिला प्रशासन और बीएचयू मिलकर आम जनता को जागरूक करने और उपचार संबंधी सलाह देंगे।

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सीडीओ ने कहा कि बनारस में बीएचयू जैसा अत्याधुनिक केंद्र है, और इसका सीधा फायदा मरीजों को मिल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि आम जनता को इसका लाभ पहुंचाना हम सभी का सामूहिक दायित्व है। इस दौरान उन्होंने प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र के जनजागरूकता कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि अब तक प्रोफेसर मिश्र अकेले जागरूकता फैला रहे थे, लेकिन अब हम सभी मिलकर इसे और व्यापक बनाएंगे।

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आईएमएस निदेशक प्रोफेसर एस.एन. शंखवार ने कहा कि बीएचयू के मेडिकल सुविधाएं सीधे मरीजों तक पहुंचाने के लिए हम हर स्तर पर तत्पर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम सुपर स्पेशलिटी इलाज को आम जनता तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।

विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अभिषेक पाठक ने जानकारी दी कि जल्द ही प्रशिक्षण का मॉड्यूल तैयार कर लिया जाएगा। इस प्रशिक्षण को हर महीने दो दिन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब जिला प्रशासन का समर्थन मिलेगा, तो हम अधिक से अधिक मरीजों की जान बचाने में सक्षम होंगे, खासकर लकवा के मामलों में, जिसमें 'गोल्डन पीरियड' केवल 4.5 घंटे होता है। इस कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र ने उपस्थित सभी आशा कार्यकर्ताओं, सीएचओ और छात्रों को इसकी महत्ता बताई। अंत में उन्होंने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर सीडीओ हिमांशु नागपाल, आईएमएस निदेशक एस.एन. शंखवार, अतिरिक्त सीएमओ डॉ. यतीश, प्रोफेसर अभिषेक पाठक, दीपिका जोश, डॉक्टर आनंद, और डॉक्टर वरुण भी उपस्थित रहे।

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