वाराणसी में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ हिंदू युवा वाहिनी ने उठाई आवाज़, की सख्त कार्रवाई की मांग




वाराणसी, भदैनी मिरर। शहर के प्राइवेट सीबीएसई स्कूलों द्वारा सीबीएसई मानकों की अनदेखी और अवैध शुल्क वसूली के मामलों को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता एवं हिंदू युवा वाहिनी के महानगर मंत्री अभिषेक कुमार श्रीवास्तव ने सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि वाराणसी में कई निजी स्कूल सीबीएसई के निर्देशों और उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय शुल्क अधिनियम 2018 के मानकों की खुलेआम अवहेलना कर रहे हैं।

सीबीएसई गाइडलाइन 4.1 के अनुसार कक्षाओं का आकार, साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी और दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष सुविधाएं जैसी आवश्यक संरचनाएं स्कूलों में नहीं हैं, बावजूद इसके स्कूल मनमाने तरीके से संचालन कर रहे हैं। श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि ये विद्यालय हर वर्ष मनचाही फीस वृद्धि करते हैं और अभिभावकों को विशेष दुकानों से ही पुस्तकें और पाठ्य सामग्री खरीदने के लिए बाध्य करते हैं, जिससे कमीशनखोरी को बढ़ावा मिलता है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि Right to Education (RTE) के तहत चयनित बच्चों से भी स्कूल अलग से अनधिकृत धनराशि मांगते हैं। इस वजह से समाज के गरीब, पिछड़े और वंचित तबके के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने इंपीरियल पब्लिक स्कूल, अस्सी-भदैनी का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां भी अभिभावकों पर शुल्क देने का दबाव बनाया गया और मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

श्रीवास्तव ने संबंधित अधिकारियों से मांग की है कि इन सभी निजी विद्यालयों की समुचित जांच कराई जाए ताकि शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके और हर वर्ग के बच्चों को शिक्षा का समान अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभिभावकों की चुप्पी भी चिंता का विषय है, लेकिन अब समाज को जागरूक होकर संगठित रूप से आवाज़ उठानी होगी।
इस अभियान के जरिए उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई की अपील करते हुए कहा कि यदि जांच नहीं हुई, तो आंदोलनात्मक रास्ता अख्तियार किया जाएगा।

