
हथिया नक्षत्र 11 अक्टूबर तक, वाराणसी में टूटा 125 साल का बारिश का रिकॉर्ड
बीते 24 घंटे में 140.8 मिमी बारिश, हथिया नक्षत्र की बारिश से खरीफ की फसलों को फायदा, सब्जियों को नुकसान का खतरा

Oct 4, 2025, 10:01 IST

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वाराणसी, भदैनी मिरर। पूर्वांचल में हथिया नक्षत्र का असर इस बार अभूतपूर्व देखने को मिल रहा है। 27 सितंबर से शुरू हुआ हथिया नक्षत्र अब तक लगातार बारिश दे रहा है, जिससे किसानों के चेहरे खिले हैं। शुक्रवार को हुई बारिश ने वाराणसी में 125 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया।
बीएचयू स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बीते 24 घंटे में 140.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि इससे पहले 9 अक्तूबर 1900 को 138.9 मिमी बारिश हुई थी। यानी 125 साल बाद बनारस में सबसे ज्यादा बारिश का नया रिकॉर्ड बना है।
खरीफ की फसलों को फायदा, सब्जियों पर संकट


ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, हथिया नक्षत्र की बारिश धान, मक्का, ज्वार, गन्ना और बाजरा जैसी खरीफ की फसलों के लिए लाभकारी है। वहीं, हरी मिर्च, टमाटर, भिंडी, पालक और कद्दू जैसी सब्जियों पर संकट मंडरा रहा है। लगातार पानी गिरने से इन सब्जियों के गलने और फसल खराब होने का डर है।

बता दें, शुक्रवार सुबह 8 बजे शुरू हुई हल्की बारिश ने 10 बजे के बाद रफ्तार पकड़ ली। इसके बाद कभी तेज तो कभी धीमी रफ्तार से पानी गिरता ही रहा। दोपहर ढाई बजे से रात 8 बजे तक लगातार झमाझम बारिश होती रही।
अभी और होगी बारिश
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शनिवार और रविवार को भी वाराणसी सहित पूर्वांचल में भारी बारिश के आसार बने हुए हैं। हथिया नक्षत्र 11 अक्टूबर की दोपहर 11 बजे तक रहेगा।

विशेषज्ञों का कहना है कि हथिया नक्षत्र में इस बार जितनी बारिश हुई है, वैसी स्थिति बहुत कम ही देखने को मिलती है। किसानों के लिए यह बारिश धान और खरीफ की फसलों को संजीवनी देने वाली साबित हो सकती है।

