वाराणसी में धरना-प्रदर्शन करने पर सिराथू विधायक पल्लवी पटेल और समर्थकों पर मुकदमा दर्ज
शिवपुर में छात्र की हत्या के मामले में समर्थकों संग ज्ञापन देने पीएम के संसदीय कार्यालय जा रही थीं विधायक




पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर गुरूधाम चौराहे पर रोका तो हुई नोकझोंक
विधायक ने बैरिकेडिंग पर चढ़कर संसदीय कार्यालय जाने का किया था प्रयास
वाराणसी, भदैनी मिरर। शिवपुर थाना क्षेत्र के एक स्कूल परिसर में अधिवक्ता पुत्र और इंटर के छात्र हेमंत पटेल की हत्या के विरोध में धरना-प्रदर्शन के मामले में सिराथू विधायक पल्लवी पटेल और उनके समर्थकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। भेलूपुर पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने और सड़क बाधित करने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि सिराथू विधायक के मामले में मुकदमा पंजीकृत हुआ है।

नटिनियादाई में मारी गई थी छात्र हेमंत पटेल को गोली, हुआ था विरोध प्रदर्शन
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को दिनदहाड़े नटिनियादाई स्थित एक स्कूल में छात्र को बुलाकर उसकी कनपटी में गोली मार दी गई थी। बीएचयू ट्रामा सेंटर में उसकी मौत हो गई थी। मृत छात्र कचहरी के वरिष्ठ अधिवक्ता कैलाश चंद्र वर्मा का बेटा था। इस मामले में पिता की ओर से तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस घटना में पिता ने पुलिस प्रशासन पर तहरीर बदलने का आरोप लगाया था। इस प्रकरण में अधिवक्ताओं, अपना दल कमेरावादी के लोगों और सरदार सेना के लोगों ने जिला मुख्यालय प्रदर्शन किया था। छात्र की हत्या के मामले में लीपापोती करने और भाजपा पर हत्यारोपितों को संरक्षण देने का भी आरोप लगा था।

विधायक के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने लगा दी थी बैरिकेडिंग
इसी क्रम में गोली से मारे गये छात्र हेमंत पटेल के परिजनों से मिलने विधायक पल्लवी पटेल शुक्रवार को वाराणसी आई थी। उन्होंने प्रेस कांफ्रेस कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाये थे। शनिवार को अपना दल कमेरावादी की नेता और विधायक पल्लवी पटेल कार्यकर्ताओं के साथ अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन देने भेलूपुर क्षेत्र के जवाहर नगर स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय जा रही थीं। विधायक व कार्यकर्ताओें के प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी और बैरिकेडिंग लगा दिया गया था। विधायक जब गुरूधाम चौराहे पर पहुंची तो उन्हें संसदीय कार्यालय जाने से रोक दिया गया। इससे विधायक और कार्यकर्ता भड़क गये। छात्र की हत्या से पहले से ही पुलिस प्रशासन से नाराज कार्यकर्ता और भड़क गये। शासन, प्रशासन विरोधी नारेबाजी होने लगी। इधर, विधायक पीएम के संसदीय कार्यालय तक जाने की जिद पर अड़ गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस में नोकझोंक हो रही थी। तभी विधायक ने बैरिकेडिंग पर चढ़ने का प्रयास किया। महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें बैरिकेडिंग से उतार दिया गया। इसके बाद विधायक अपने समर्थकों के साथ वही सड़क पर धरने पर बैठ गईं। कुछ देर तक हंगामा चलता रहा। बाद में कार्यकर्ता पुलिस अधिकारी को ज्ञापन देकर चले गये।

सरकारी काम में बाधा व सड़क बाधिक करने पर दर्ज हुई एफआईआर
उनके जाने के बाद भेलूपर पुलिस ने विधायक और समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने मीडिया को बताया कि विधायक द्वारा धरना-प्रदर्शन की अनुमति नही ली गई थी। वह शिवपुर क्षेत्र में हुई हत्या के मामले में ज्ञापन देना चाहती थीं। लेकिन उन्हें प्रशासन की ओर से पहले ही बता दिया गया था कि वह कलेक्ट्रेट में जाकर उच्चअधिकारियों को ज्ञापन दे सकती हैं। पीएम के संसदीय कार्यालय के आसपास कहीं धरना-प्रदर्शन की अनुमति नही है। इसके लिए कचहरी के पास शास्त्री घाट स्थान निर्धारित है। इसलिए विधायक व समर्थकों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा और सड़क बाधित करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

