
हत्यारे को फांसी दो, नारे के साथ श्रम मंत्री से मिलने सर्किट हाउस पहुंचे फयाराम के परिजन
मिर्जामुराद के बिजली मिस्त्री फयाराम राजभर की हत्या के मामले ने तूल पकड़ा




पिछले दिनों शोक संवेदना व्यक्त करने मंत्री गये थे फयाराम के घर
मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के महेशपट्टी निवासी थे फायराम, चार दिन बाद कुंए में मिली थी लाश
वाराणसी, भदैनी मिरर। मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के महेशपट्टी निवासी 59 वर्षीय फयाराम राजभर की हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ प्रदेश के श्रम मंत्री अनिल राजभर स्वाजीय की हत्या पर शोक व्यक्त करने फयाराम राजभर के घर जाते हैं तो दूसरी तरफ फयाराम की हत्या के आरोप में पकड़े गये प्रधान के समर्थन में बीजेपी के लोगों ने ही जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इसी बीच रविवार को मृतक फयाराम के परिजन जबर्दस्त नारेबाजी करते हुए श्रम मंत्री से मिलने सर्किट हाउस पहुंच गये। फयाराम के हत्यारे को फांसी दो के नारे के साथ उन्होंने मंत्री से कार्रवाई की मांग की।

गौरतलब है कि पेशे से बिजली मिस्त्री फयाराम की 29 अप्रैल को जंसा थाना क्षेत्र के कुंए में लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी। 25 अप्रैल को गांव में भंडारा था और वह अपनी बेटी को बताकर निकले थे कि वह भंडारे में जा रहे हैं। बाद में उन्हें कुंडरिया स्थित शराब ठेके पर एक व्यक्ति के साथ देखा गया था। वह चार दिन से लापता थे।


बेटे ने हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में दी थी तहरीर
इस मामले में परिजनों ने मिर्जामुराद थाने में तहरीर दी थी, मृतक के बेटे सोनू राय उर्फ सोनू राजभर ने जंसा क्षेत्र के कुंडरिया निवासी रईस खान पर पिता की हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब इस मामले की जानकारी के बाद प्रदेश के श्रम मंत्री अनिल राजभर फयाराम के घर पहुंचे। शोक संवदेना व्यक्त की और परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद पुलिस ने फयाराम की हत्या के मामले में एक ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कर लिया। अब ग्राम प्रधान को निर्दोष बताते हुए भाजपा के ही कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे और विरोध प्रदर्शन के बाद निष्पक्ष जांच की मांग की। यहां भी इन लोगों को आश्वासन देने भाजपा के ही एक नेता पहुंचे थे। अब इस मामले के बाद पेशबंदी शुरू हो गई। रविवार को दोपहर फयाराम के परिजन और गांव के लोग मुख्यालय पहुंचे। इनमें महिलाओं की संख्या अधिक थी। उधर, मंत्री से मिलने सर्किट हाउस पहुंचे परिजनों से सम्बंधित खबर कवर करने गये मीडियाकर्मियों को अंदर नही जाने दिया गया।


