
'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर 5 जून को वाराणसी में किसान निकालेंगे भव्य ट्रैक्टर यात्रा, भारतीय सेना के शौर्य को करेंगे सलाम




वाराणसी, भदैनी मिरर। ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता ने समूचे देश को गर्व से भर दिया है। इस सैन्य अभियान के दौरान भारतीय सेना द्वारा दिखाया गया अद्वितीय साहस, रणनीतिक कौशल और राष्ट्रभक्ति की भावना हर भारतीय नागरिक के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुकी है। इसी गौरवशाली उपलब्धि को सम्मानित करने के लिए वाराणसी की पिंडरा विधानसभा के किसानों द्वारा एक विशाल ट्रैक्टर यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।


ट्रैक्टर यात्रा का आयोजन
यह किसान ट्रैक्टर यात्रा 5 जून 2025 को सायं 4:00 बजे, नेशनल इंटर कॉलेज पिंडरा के मैदान से शुरू होगी। इस रैली में करीब एक हजार ट्रैक्टर शामिल होंगे, और यह यात्रा भारतीय सेना के साहस और देश की एकता के समर्थन में निकाली जाएगी।
इस जनसमर्थन भरे आयोजन का नेतृत्व पिंडरा विधायक डॉ. अवधेश सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष, भाजपा काशी क्षेत्र दिलीप सिंह पटेल, जिलाध्यक्ष, भाजपा वाराणसी हंसराज विश्वकर्मा और भारतीय जनता पार्टी के अन्य पदाधिकारी, क्षेत्रीय नागरिक और कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे।


ट्रैक्टर यात्रा का उद्देश्य
यह तिरंगा यात्रा सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति सम्मान, भारतीय सेना की वीरता को नमन और राष्ट्रीय एकता की भावना को सशक्त करने का संदेश है। इसमें सभी समुदायों के लोग भाग लेंगे, जिससे यह यात्रा सामाजिक समरसता और देशभक्ति की मिसाल बनेगी।
ऑपरेशन सिंदूर
बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचों पर सटीक और प्रभावी जवाबी हमला किया था। इस सैन्य कार्रवाई में भारत की तीनों सेनाओं- थल सेना, वायु सेना और नौसेना ने एकजुट होकर भाग लिया और दुश्मन के कई अहम सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सैन्य कार्रवाई को "ऑपरेशन सिंदूर" नाम देते हुए उन शहीदों की विधवाओं को सम्मान दिया, जिन्होंने देश के लिए अपने जीवन साथी खोए।

इस किसान ट्रैक्टर यात्रा के संयोजक भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष श्री राम प्रकाश सिंह 'बीरू' होंगे। इस आयोजन में पवन सिंह और सुरेश सिंह सहित अन्य प्रमुख कार्यकर्ता भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
यह यात्रा राष्ट्रभक्ति, एकजुटता और सेना के पराक्रम को सम्मान देने का एक प्रतीक होगी, जिसमें देश का हर नागरिक अपने झंडे के साथ सेना को सलाम करता नजर आएगा।

