अधूरी सड़क निर्माण और मुआवजे की मांग पर वाराणसी-आजमगढ़ स्टेट हाईवे पर किसानों का प्रदर्शन, चोलापुर टोल प्लाजा किया बंद




वाराणसी-आजमगढ़ स्टेट हाईवे पर किसानों ने चोलापुर टोल प्लाजा पर रविवार को कब्जा कर लिया। अधूरी सड़क निर्माण और मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जमकर नारेबाजी की और टोलगेट बंद करवा दिए, जिससे हाईवे पर लंबा जाम लग गया।
पुलिस और प्रशासन की कोशिश नाकाम

प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एसीपी समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, किसानों ने अधिकारियों के सामने ही सरकार के खिलाफ नारे लगाए। इस दौरान पुलिसकर्मियों और किसानों के बीच तीखी बहस भी हुई। काफी समझाने-बुझाने के बाद आखिरकार पुलिस ने धरना समाप्त करवाया और किसानों को वहां से हटाया।

16 किलोमीटर सड़क निर्माण का मुद्दा
किसानों का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 233 का निर्माण 2012 के नियमों के अनुसार होना था, लेकिन जौनपुर जनपद में 16 किलोमीटर सड़क अब तक अधूरी पड़ी है। इसको लेकर किसान लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

टोल प्लाजा स्थान परिवर्तन और मुआवजे की शिकायत
किसानों का आरोप है कि टोल प्लाजा को प्रस्तावित स्थान से हटाकर वाराणसी में एक अप्रस्तावित स्थान पर बना दिया गया, जिससे उन्हें असुविधा हो रही है। इसके अलावा, किसानों को मुआवजा भी नहीं दिया गया और सड़क पूरी न होने के बावजूद टोल टैक्स की वसूली जारी है।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक पहुंचाई शिकायत
किसानों ने बताया कि वे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और सड़क परिवहन मंत्री को पत्र लिखकर अपनी शिकायतें भेज चुके हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। किसानों ने 20 मार्च 2025 तक टोल प्लाजा बंद करने की चेतावनी दी थी, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न होने पर वे प्रदर्शन करने को मजबूर हुए।

